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BJP नेता ने कराई RTI एक्टिविस्ट की हत्या! 25 लाख की दी गई थी सुपारी, दो शूटर हथियार के साथ गिरफ्तार

BJP नेता ने कराई RTI एक्टिविस्ट की हत्या! 25 लाख की दी गई थी सुपारी, दो शूटर हथियार के साथ गिरफ्तार

मोतिहारी. हरसिद्धि के आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल हत्या कांड में शामिल दो शूटर को हथियार सहित के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार शूटर के निशानदेही पर आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या के लिए फाइनेंस करने वाले आधा दर्जन टॉपटेन व्यव्सायी पुलिस रडार पर है. भाजपा के कद्दावर नेता सह बड़े व्यव्सायी से भी मामले को लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.बीती रात पुलिस भाजपा नेता को उठाकर कई घंटों तक पूछताछ की थी।फिर आज सुबह PR बॉन्ड पर नेता जी को छोड़ा गया है लेकिन वे पुलिस के राडार पर हैं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार शूटर के अनुसार 25 लाख में आरटीआई विपिन अग्रवाल की हत्या की सुपारी दी गयी थी. पूर्व प्रमुख के पास सुपारी का रुपया जमा हुआ था. हरसिद्धि के आधा दर्जन सफेदपोश और व्यव्सायी फाइनेंस में शामिल है. पांच सुपारी किलरों ने हत्या की थी. एसपी नवीन चन्द्र झा द्वारा गठित एसआईटी ने हत्या में शामिल दो शूटर को हथियार गोली के साथ गिरफ्तार किया है. वहीं फरार तीन अपराधियों के गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

24 सितंबर को हरसिद्धि प्रखण्ड गेट पर बाइक सवार अपराधियों द्वारा दिनदहाड़े आरटीआई कार्यकर्ता की गोलियों से छलनी कर दिया गया था. हत्या के बाद एसपी नवीन चन्द्र झा ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अरेराज एएसपी अभिनव धीमान के नेतृत्व में सर्किल इंस्पेक्टर उपेंद्र कुमार, छौड़ादानो मनोज कुमार, तकनीकी शाखा मनीष कुमार सहित का एसआइटी टीम गठत किया गया था. टीम ने वैज्ञानिक तरीके से हत्या में शामिल शूटर मनीष पटेल व नीरज कुमार को पिस्टल, गोली और बाइक के साथ गिरफ्तार किया है.

एसपी नवीन चन्द्र झा ने प्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटवाने को लेकर किया गया था. अतिक्रमण हटाने और हाई कोर्ट तक रीट दायर करने के कारण आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या सुपारी किलर से कराया गया था. गठित एसआईटी टीम ने वैज्ञानिक तरीके से हत्या में शामिल दो अपराधियो को एक पिस्टल, 3 गोली, दो बाइक और एक मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियो ने पूछताछ में पुलिस को आरटीआई कार्यकर्ता हत्याकांड में कई राज खोले हैं.

एक कद्दावर नेता सहित आधा दर्जन बड़े व्यव्सायी व अतिक्रमण हटाने व वाद से प्रभावित लोगों द्वारा मोटी रकम फाइनेंस कर सुपारी देकर हत्या कराने की बात स्वीकार किया है. एसपी ने बताया कि अपराधियों द्वारा बताए गए नाम में से एक कद्दावर नेता से पुलिस द्वारा पूछताछ की गई है. पुलिस अपराधियों द्वारा फाइनेंस करने वाले लोगों नाम के नाम को गुप्त रखकर साक्ष्य जुटाने में जुटी है. साक्ष्य मिलते ही रडार पर के लोगों की गिरफ्तारी की जाएगी. गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस को  बताया है कि फरार तीन अपराधियो द्वारा ही फाइनेंस की राशि डील की गई थी.

घटना के बाद से बढ़े पुलिस दबाव के कारण अपराधियों द्वारा सुपारी ली गई राशि का बंटवारा नहीं किया गया था. गठित एसआईटी टीम फरार तीन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी में जुटी है. वहीं पुलिस सूत्रों की माने तो गिरफ्तार अपराधियों ने पूछताछ में बताया कि 25 लाख में आरटीआई की हत्या का सुपारी लिया गया था. हंलाकि एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों द्वारा बताया गया कि फरार तीन अपराधियों द्वारा ही सुपारी की राशि डील की गयी थी.

अरेराज एएसपी अभिनव धीमान के नेतृत्व में एसआईटी टीम ने गुप्त सूचना पर हरसिद्धि थाना क्षेत्र के रामेश्वर पेट्रॉल पम्प के पास छापेमारी कर दो अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया है. वहीं अंधेरा का लाभ उठाकर तीन अपराधी भागने में सफल रहे. गिरफ्तार अपराधियों की पहचान हरसिद्धि थाना क्षेत्र के कन्छेदवा निवासी मनीष पटेल और पकड़िया निवासी नीरज कुमार के रूप में की गई. गिरफ्तार अपराधियों पर कई कांड दर्ज है.

गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि विपिन अग्रवाल की हत्या में पांच अपराधी शामिल थे, जिसमे तीन अपराधी अभी फरार बताए जा रहे हैं. एसआईटी टीम ने फरार अपराधियों को चिन्हित कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में जुटी है. वहीं गिरफ्तार अपराधियों द्वारा पुलिस को बताया गया कि बाजार की कीमती 8 एकड़ जमीन की अतिक्रमण को खाली करवाने और हाई कोर्ट में वाद चलाने से नराज होकर आधा दर्जन व्यवसायियों द्वारा सुपारी देकर आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या करवाई गई. पुलिस अपराधियों द्वारा बताए गए हत्या की सुपारी देने वाले नामों की कुंडली खंगालने और साक्ष्य जुटाने में जुटी है. पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के निशानदेही पर एक कद्दावर नेता से थाना लाकर पूछताछ के बाद पीआर पर छोड़ी गई.


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