पटना: बिहार में 12 फरवरी यानी सोमवार को एनडीए के समर्थन से बनी नीतीश सरकार का फ्लोर टेस्ट है. इससे पहले सियासी संकट गहराता दिख रहा है. एक तरफ राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी के सभी विधायकों को अपने सरकारी किले में कैद कर दिया है , हालाकि तेजस्वी के भोज में उसके दो विधायक नहीं पहुंचे हैं तो वहीं भाजपा अपने विधायकों को बोधगया में ट्रेनिंग दे रही है, यहां उसके तीन विधायक शिरकत करने नहीं पहुंचे हैं. नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के 6 विधायक मंत्री श्रवण कुमार के घर पर आयोजित भोज में नहीं पहुंचे, इसके बाद सियासी अटकलों का दौर जारी है.
जदयू विधायक के पोस्ट से मचा बवाल
बता दे कि जदयू के भोज में छह विधायक नहीं पहुंचे थे. उनमें से एक विधायक के द्वारा पोस्ट सोशल मीडिया पर किए गे पोस्ट से सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया है. जदयू विधायक ने अपने फेस बुक पोस्ट में एक वीडियो साधा किया है. जिससे फ्लोर टेस्ट के पहले बवाल मच गया है. ये माननीय हैं जदयू के परबत्ता विधायक डॉ संजीव. बता दें कि भाजपा के सहयोग से नीतीश ने सरकार बना कर रिकॉर्ड नौवीं बार सीएम पद का शपथ लिया है. 12 फरवरी को नीतीश सरकार सदन में बहुमत साबित करना है. ऐसे में नीतीश के ही विधायक के द्वारा भाजपा को लेकर एक पुराना वीडियो पोस्ट किया जाना आखिर क्या जाहिर करता है. पोस्ट में एक वीडियो डाला गया है जिसमें स्पीकर अवध बिहारी चौधरी हैं, जो भाजपा के विधायकों को समझाते दिख रहे है. इस वीडियो के कैप्सन में लिखा है कि BJP विधायकों ने सदन में पलट दिया कुर्सी- टेबुल, आगे लिखा है कि JDU नेता बोले हि**जड़ा, वाला काम ना करें!
इस पोस्ट पर एक व्यक्ति ने लिखा है कि "समझदार के लिए इशारा हीं काफी है,खेला होगा क्या", दूसरी टिप्पणी है ' खेला होवे, 12 को गुणा गणित समझा के हि दम लेंगे''
सताने लगा खेल का डर
जदयू के भोज में 6 विधायक नहीं पहुंचे . उनमें से एक डॉ संजीव ने एक पोस्ट डाला है. इस पोस्ट से साफ कहें तो साजिश की बू आ रही है. इससे पहले वे भाजपा की प्रशंसा करते रहे है. लेकिन इस ताजा पोस्ट जो छह घंटे पहले किया गया है. यह पोस्ट कहीं न कहीं भाजपा पर बड़ा हमला माना जा रहा है. सियासी संकट के दौर में डॉ संजीव का पोस्ट जदयू के लिए परेशानी का सबब बन गया है.
आ रही है साजिश की बू
हालाकि बवाल बढ़ने के बाद पोस्ट को हटा दिया गया है लेकिन इससे बिहार की राजनीति में बवाल तो मच हीं गया है. परबत्ता विधायक डॉ संजीव के सोशल मीडिया पर पोस्ट के बाद सच्चाई ये है कि जदयू के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. जिस तरह से विपक्ष ने जदयू के 22 विधायकों को साध लेने की बात कही थी, उसमें दम दिखने लगा है.
क्या सच साबित होगी श्रवण कुमार की आशंका
शुक्रवार को जदयू के मंत्री श्रवण कुमार ने जो आशंका व्यक्त की थी, उसके सच होने की तस्वीर उनके आवास पर दिखी. मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर भोज के बहाने जदयू विधायकों का जुटान किया गया था. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंचे. उस वक्त तक लगभग 20 विधायक ही पहुंचे थे.
जब गुस्सा कर निकल गए सीएम
नजारे से नाराज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिना खाए निकल गए. दो मिनट वे विधायकों का इंतजार भी किए. उनके जाने के बाद कई और विधायक भी आए लेकिन छह विधायक नहीं पहुंचे. गायब विधायकों में से एक डॉ संजीव के पोस्ट से एक बड़े राजनीतिक उठापटक की बू तो आ हीं रही है.