बिहार के सीमांचल में अपराध पर नकेल कसने की कमान अब तेज-तर्रार IPS अधिकारी शिवदीप लांडे को सौंपी गई है। 2006 बैच के यह अधिकारी अपने सख्त रवैये और अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई के लिए पूरे राज्य में मशहूर हैं। पूर्णिया रेंज के नए IG के रूप में पदभार ग्रहण करते ही, शिवदीप लांडे ने यह साफ कर दिया है कि अपराधियों के लिए सीमांचल में अब कोई जगह नहीं होगी। लांडे के आते ही पूरे इलाके में एक नया उत्साह देखा जा रहा है। हाल ही में, एक ई-रिक्शा चालक का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह यात्री को शिवदीप लांडे की सख्त कार्यशैली के बारे में बता रहे हैं। इस वीडियो को खुद लांडे ने अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिससे पता चलता है कि जनता में उनकी लोकप्रियता आज भी बरकरार है।
वीडियो में रिक्शा चालक कहते नजर आते हैं, "शिवदीप लांडे जब 15 साल पहले कटिहार में एसपी थे, तो गुंडागर्दी पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। अपराधी उनके नाम से कांपते थे और इलाके में शांति का माहौल था।" यह सुनकर यात्री भी हैरान होते हैं कि कैसे एक पुलिस अधिकारी ने पूरे जिले का माहौल बदल दिया था। लांडे ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "इस ऑटो चालक ने मेरे पूर्णिया जोन में आने पर अपनी खुशी जताई है। इस भरोसे और प्यार के लिए मैं उनका आभारी हूं।" उनके इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर भी शिवदीप लांडे की प्रशंसा शुरू हो गई, और लोग उम्मीद कर रहे हैं कि सीमांचल में अब फिर से अपराधियों की शामत आएगी।
शिवदीप लांडे की सीमांचल में पोस्टिंग के बाद से स्थानीय लोगों में उम्मीद जगी है कि अपराध पर फिर से लगाम लगेगी। खासकर उनके पुराने कार्यकाल को याद करते हुए लोग कह रहे हैं कि, "जब लांडे यहां एसपी थे, तब अपराधियों की हिम्मत नहीं होती थी कि वे खुलेआम गुंडागर्दी कर सकें।" IG शिवदीप लांडे ने पदभार ग्रहण करते ही यह स्पष्ट कर दिया कि उनकी प्राथमिकता इलाके में अपराध पर कड़ी कार्रवाई और सुधार के लिए काम करना होगी। उनका मुख्य उद्देश्य सीमांचल में कानून और व्यवस्था बनाए रखना है, और इसके लिए वह किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। लांडे का कहना है, "अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा, और कानून का राज हर हाल में कायम रहेगा।"
शिवदीप लांडे की पोस्टिंग के बाद सीमांचल की जनता के दिलों में एक बार फिर से उम्मीद की किरण जगी है। वे मानते हैं कि लांडे की सख्त कार्रवाई और जनता के साथ उनके जुड़ाव से सीमांचल में फिर से शांति और सुरक्षा का माहौल बनेगा। लोगों का मानना है कि जैसे उनके पिछले कार्यकाल में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं थी, वैसे ही अब एक बार फिर से अपराधियों को भागने का मौका नहीं मिलेगा। शिवदीप लांडे का नाम ही अपराधियों के बीच भय का प्रतीक बन चुका है, और इस बार उनका आगमन सीमांचल में अपराध पर एक नया अध्याय लिखने के लिए हो रहा है।