बिहार के अलग अलग जिलों में बहनों ने धूमधाम से मनाया भैया दूज, भाईयों के लम्बी उम्र के लिए की कामना

बिहार के अलग अलग जिलों में बहनों ने धूमधाम से मनाया भैया दूज

AURANGABAD : औरंगाबाद में जिला मुख्यालय से लेकर सुदूरवर्ती इलाके तक के बहनों ने बड़ी धूमधाम से भइया दूज का त्यौहार मनाया। आज इस त्यौहार को लेकर सुबह से ही बहनों के बीच एक अजब ही खुशी का माहौल देखा जा रहा था। सुबह होते ही सभी बहनों ने रेंगनी की कांटा को लेकर अपने जिव्हा में गड़ाया और यम देव की गोबर की प्रतिमा बना कर पूजा अर्चना किया। 

लोगों का मानना है कि आज के दिन आदि काल में एक गोधना नामक राक्षस का अंत सभी बहना ने मिलकर किया था। बताया जाता है कि गोधना नामक राक्षस की आतंक से पूरे धरती पर त्रासदी मचा हुआ था और लोग उसके भय से भयभीत रहते थे। जिसे आज के ही दिन सभी बहनों ने मिलकर अपने अपने भाईयों की रक्षा हेतु गोधना का वध किया था। तबसे इस त्यौहार को गोधन के नाम से भी जाना जाता है। वही हिन्दू धर्म शास्त्र की माने तो आज  के दिन भगवान विष्णु अपने सोये अवस्था से जागते है और उन्हें आज माँ अनपुर्णा  के द्वार धरती से उत्पन्न नये फसलों को कूट कर 56 प्रकार के व्यंजन से भोग लगाया जाता है। जिसको लेकर इस पर्व को अन्नकूट के भी नाम से जाना जाता है। वही कुछ लोग इस त्यौहार को महाराज चित्रगुप्त के जन्मदिन के रूप में भी मनाते है। इस त्यौहार को लेकर लोगों में भिन्न भिन्न तरह के मान्यता है. जो शास्त्रो में भी वर्णित है।

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वहीँ बेतिया में भी आज कई जगहों पर भाईयों की लंबी उम्र के लिये आज महिलाओं ने भाई दूज व गोवर्धन पूजा की। इस दिन महिलाएं पहले अपने भाईयो को श्रापित करती हैं। फिर गोवर्धन पूजा कर रेंगनी के काट से उन्हे श्राप मुक्त करती है। गोवर्धन पूजा के बाद सुहागिन महिलाएं एक दूसरे को सिंदुर लगाती है। गोवर्धन पूजा के बाद से हिंदू धर्म के सभी शुभ लगन शादी विवाह शुरु हो जाता है।

उधर सारण में भी भाई बहन के प्यार का प्रतीक भाई दूज का पर्व बुधवार को दूसरे दिन भी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भाई दूज के अवसर पर छपरा शहर सहित जिले के ग्रामीण अंचलों में बहने अपने भाईयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र की कामना की। इस बार भाई दूज का पर्व जिले में दो दिन तक मनाया गया। यह मंगलवार की दोपहर में दूज लगने के कारण जिले में मंगलवार एवं बुधवार दोनों दिन भाई दूज का त्यौहार मनाया गया। भाई दूज के अवसर पर बहनों द्वारा एक दिन पहले बनाएं गये गोवर्धन की विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना कर मांगलिक गीत गाकर गोवर्धन की कुटाई करके भाइयों की लंबी उम्र की कामना की। सारण जिले में कई जगहों पर गोवर्धन कुटाई से पहले बहने अपने भाइयों को बदुआ देती है। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से भाइयों की आयु बढ जाती है। वहीं कुछ लोगों की मान्यता है कि गोवर्धन कुटाई पर महिलाएं यम को चुनौती देती है। यम को चुनौती देकर भाइयों की लंबी उम्र की कामना करती है।

औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर, छपरा से शशि सिंह और बेतिया से आशीष की रिपोर्ट