लालू-तेजस्वी को मंच पर बैठाकर सीएम नीतीश ने खूब सुनाया !... पिछली सरकार में बिहार में कुछ था जी, महिला घर से बाहर निकलती थी

पटना. बिहार में भले ही महागठबंधन सरकार में जदयू और राजद एक साथ हो लेकिन समय समय पर सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह बताने से नहीं चूकते कि बिहार में लालू-राबड़ी राज में विकास रुक गया था. स्वतंत्रता दिवस पर गांधी मैदान में झंडोत्तोलन के बाद मंगलवार को एक बार फिर ऐसा ही कुछ देखने को मिला. नीतीश कुमार अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए संबोधन दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने बताया कि कैसे बिहार में वर्ष 2005 के बाद महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काम हुआ है. 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने पुलिस सेवा में महिलाओं को 30% का आरक्षण देकर आगे बढ़ाया है। इसी का नतीजा है कि महिलाएं बिहार के विकास में अपना योगदान कर रही हैं. उन्होंने जीविका योजना का जिक्र करते हुए कहा कि महिलाएं आज सशक्त हुई हैं. इसमें जीविका योजना की अहम भूमिका रही है. पहले महिलाएं घर से बाहर नहीं निकलती थी लेकिन अब हर क्षेत्र में बिहार की महिलाएं आगे बढ़ती दिख रही हैं. 

नीतीश जिस समय यह कह रहे थे कि बिहार में पहले कुछ नहीं था. यहां की महिलाएं घर से बाहर नहीं निकलती थी. महिलाएं रोजगार के लिए स्वाबलंबी नहीं थी. उस समय मंच पर ही राजद सुप्रीमो लालू यादव और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मौजूद थे. दोनों की मौजदूगी में ही नीतीश ने कहा कि बिहार में पहले महिला सशक्तिकरण के लिए उस स्तर का काम नहीं हुआ था लेकिन जब से वे मुख्यमंत्री बने तब से बिहार में बड़े स्तर पर महिलाओं की सशक्तिकरण की दिशा में काम हुआ है. 

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इसके पहले नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार ने 21 हजार 291 नई प्राथमिक स्‍कूल खोल दिए, सभी में छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए गए. छात्रों के लिए ड्रेस, भोजन, किताबें और साइकिल प्रदान की गई. लड़कियों को साइकिल देने से शुरू हुई यह योजना आज देश के सामने नजीर बन चुकी है.