SLBC की बैठक में बोले सीएम नीतीश-बैंकिंग सिस्टम हमारी बात को सुनता हीं नहीं..

पटनाः एसएलबीसी की बैठक में सीएम नीतीश ने बैंकिंग कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।उन्होंने रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर समेत सभी बैंक के प्रतिनिधियों को कहा कि बैंक बिहार में कर्ज देने में कोताही बरतती है। उन्होंने दावा किया कि बिहार का ग्रोथ रेट सबसे अदिक है लेकिन पर कैपिटा इनकम सबसे कम।
सीएम नीतीश ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार सरकार ने अपने स्तर से काफी प्रयास किया लेकिन बैंक वालों को इस पर कोई ध्यान हीं नहीं देते। सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार सरकार सूबे के विकास के लिए काफी काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में महिला सशक्तीकरण को लेकर काफी काम किए गए हैं।सेल्फ हेल्फ ग्रुप के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने की कोशिश की जा रही है। अभी बिहार में साढ़े आठ लाख जीविका समूह बन गए हैं, उसके माध्यम से महिला को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
सीएम नीतीश ने कहा कि जीविका दीदीओं को बैंक के बारे में जितनी जानकारी है उतना तो बिहार के पढ़े-लिखे लोगों को भी जानकारी नहीं है।जीविका समूह में करीब 1 करोड़ महिलायें जुड गई हैं।जीविका के लिए बैंक का सहयोग जरूरी है।उसका सहयोग मिल रहा है।जीविका की दीदीयां बैंक से कर्ज लेकर काम कर रही हैं और फिर उस कर्ज को चुकता भी कर दे रही हैं।
सीएम ने कहा कि बिहार में जमीन की कमी की वजह से बड़े निजी उद्योग धंधे लगाने में परेशानी है।मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा जरूरी है जबतक इस राज्य को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा तबतक बड़े उद्योग-धंधे नहीं लगाए जा सकते।