SITAMARHI : सशस्त्र सीमा बल 51वी वाहिनी (एसएसबी ) के द्वारा बचपन बचाओ आंदोलन के सहयोग से गुप्त सूचना के आधार पर नेपाल से शादी के नाम पर झांसा देकर गलत कार्य में बेचने के उद्देश्य से तस्करी करके गुजरात ले जाई जा रही नाबालिग को मुक्त कराया है। बता दें की नेपाल की नाबालिग लड़की को सीतामढ़ी जिला के परिहार थाना क्षेत्र अंर्तगत धरहरवा बॉर्डर पर एसएसबी के सहायक कमांडेंट पवन दत्तात्रय खराटे के निर्देशन में रेगुलर मोबाइल चेकिंग एवं सशस्त्र सीमा बल की विशेष गस्ती दल के द्वारा मुक्त कराया गया।
एसएसबी 51 वी बटालियन ने नाबालिग लड़की की तस्करी करने वाले गुजरात के चार आरोपियों को हिरासत में लेकर उन्हें परिहार थाने को सुपुर्द कर दिया। जानकारी के अनुसार धरहरवा बॉर्डर से सटे नेपाल के गांव से एक नाबालिग लड़की को जबरन गुजरात में शादी करवाने का झांसा देकर गलत कार्य में बेचने के उद्देश्य से नेपाल से गुजरात तस्करी चार तस्कर ले जा रहे थे। जिसमें से गुजरात के दो मुख्य तस्कर सीमावर्ती क्षेत्र के गरीब परिवार की नाबालिग लड़की को अच्छे घर में शादी करवाने का झांसा देकर तस्करी अपने सहयोगियों के साथ किया करता था।
इसी उदेश्य के तहत दोनो आरोपियों ने गुजरात के एक लड़का और एक व्यक्ति को नाबालिग लड़की के साथ शादी करने का ढोंग रचने के लिए बीस हजार रुपए प्रदान कर गरीब परिवार की नाबालिग लड़की का तस्करी चारो आरोपियों के द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा था। लेकिन नाबालिग बालिका को सफलतापूर्वक मुक्त करवाया गया। जिसके उपरांत बचपन बचाओ आंदोलन के द्वारा मामले की जानकारी सीतामढ़ी जिला के एएसपी मनोज राम को दी गई।
एएसपी के निर्देश पर परिहार थाना में चारो आरोपी के विरुद्ध एफआईआर एसएसबी के आवेदन पर दर्ज कर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही हैं। बचपन बचाओ आंदोलन के केन्द्रीय निदेशक मनीष शर्मा ने नाबालिग को बचाने में दिखाई। इस तत्परता के लिए एसएसबी 51 वी बटालियन की सराहना करते हुए कहा, “नाबालिगों लड़की की तस्करी कर उनके साथ जबरन विवाह व बाल दुर्वयापार जैसे अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस, प्रशासन और सशस्त्र बलों के इस तरह के समन्वित प्रयासों से निश्चित रूप से ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। निश्चित रूप से सीमावर्ती क्षेत्र से नाबालिग लड़की की शादी के नाम पर झांसा देकर तस्करी कर दुर्व्यपार करने वाले एक बड़े गिरोह को पकड़ने में सफ़लता मिली हैं।
सीतामढ़ी से अविनाश की रिपोर्ट