बिहार में स्वास्थ्य विभाग का अजीबोगरीब कारनामा, फर्जी चयन पत्र पर बहाल आशा का कर दिया भुगतान, जानिए क्या है पूरा मामला

MOTIHARI : मोतिहारी में स्वास्थ्य विभाग अपने कारनामा को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रहता है। ताजा मामला सुगौली उप स्वास्थ्य केंद्र का बताया जा रहा है। जहाँ फर्जी तरीके के बहाल आशा कार्यकर्ता का विभाग के मिलीभगत से भुगतान कर दिया गया। एक ही आशा का दो दो चयन पत्र मिलने पर मामला सुर्खियों में आने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच कराया गया था। जांच में तत्कालीन अस्पताल प्रभारी ने चयन पत्र पर अपना हस्त्राक्षर फर्जी बताया था। उसके बाद भी विभाग के मिलीभगत से आशा का अश्विन पोर्टल पर अपलोड कर भुगतान कर दिया गया। सूत्रों की माने तो इसमें मोटी रकम लेने की चर्चा जोरों पर है।
बताया जा रहा है की सुगौली प्रखंड के पंजिअरवा पंचायत अंतर्गत श्यामपुर में आशा चयन प्रक्रिया के नियमों को दरकिनार करते हुए फर्जी चयन पत्र पर एक आशा को अश्विन पोर्टल से जोड़कर उसका भुगतान कर दिया गया है। जबकि तीन वर्ष पूर्व निर्गत चयन पत्र को निवर्तमान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिवाकांत मिश्रा ने पूर्णतः फर्जी बताया था।
उन्होंने बताया था कि चयन पत्र पर उनका फर्जी हस्ताक्षर बनाया गया है। मामले को जब मीडिया ने प्रमुखता से उठाया तो एक दूसरा चयन पत्र निर्गत कर दिया गया। जब मामला तूल पकड़ने लगा तो इस प्रक्रिया को वर्षों तक स्थगित रखा गया। लेकिन इस वर्ष उक्त पत्र को वैध मानते हुए पचभीड़वा गांव निवासी खुशी कुमारी को दूसरे गांव श्यामपुर में नियुक्त करते हुए अश्विन पोर्टल से जोड़ दिया गया है।
इतना ही नहीं खुशी कुमारी के खाते में 9450 रुपए का भुगतान भी किया गया है। जबकि ग्रामीणों की माने तो उक्त बहाली के लिए किसी तरह की आम सभा नहीं कराई गई थी। इसको लेकर विभाग पर अब सवाल उठने लगे है। इधर दूसरी तरफ प्रखंड के उत्तरी छपरा बहास पंचायत अंतर्गत वार्ड 13 के वार्ड सदस्य रामबालक सहनी ने एमओआईसी से लिखित शिकायत करते हुए कहा है की उनके पंचायत में हो रहे आशा बहाली प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप लगाया है। इस संबंध में बीसीएम नीतीश गिरी ने बताया कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। खुशी कुमारी के द्वारा पेपर प्रस्तुत किया गया। इस आधार पर उन्हें उसकी पोर्टल से जोड़ दिया गया है।
मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट