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अचानक आधी रात को कटिहार पहुंचे पूर्णिया सांसद पप्पू यादव, जमीनी विवाद में कूदे, कहा- कुर्सी पर बैठे लोगों ने कोई आवाज नहीं उठाई, ये शर्मनाक...

अचानक आधी रात को कटिहार पहुंचे पूर्णिया सांसद पप्पू यादव, जमीनी विवाद में कूदे, कहा-  कुर्सी पर बैठे लोगों ने कोई आवाज नहीं उठाई, ये शर्मनाक...

KATIHAR: कटिहार ऑफिसर्स कॉलोनी में जमीनी विवाद को लेकर चल रहे घमासान के बीच सांसद पप्पू यादव ने पीड़ित आदिवासी परिवार से बीती रात मुलाकात की। उनकी समस्याओं से रूबरू हुए, सांसद पप्पू यादव ने प्रशासन और भू माफिया की मिली भगत बताते हुए कहा कि भू माफिया और गुंडो ने एक दर्जन से अधिक आदिवासी परिवारों को उनके ही पुश्तैनी जमीन से बेदखल कर दिया और कटिहार एसडीओ ने आनन फानन में धारा 144 लगा दी।

उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधि, विधायक और सांसद पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि अब तक कुर्सी पर बैठे लोगों ने कोई आवाज नहीं उठाई है, जो शर्मनाक है। सांसद पप्पू यादव ने सड़क पर बैठे आदिवासी परिवार को खाली जमीन पर सारा सामान लेकर उसी जमीन पर रखवा दिया। पप्पू यादव ने कहा कि यह लड़ाई गरीब और आदिवासी भाइयों के न्याय के लिए है और हम इसे हर हाल में लड़ेंगे।

पप्पू यादव ने कहा कि, कटिहार के मिर्चाईबारी स्थित अफसर कॉलोनी में गरीब आदिवासी परिवारों पर जो अत्याचार हुआ है, वह प्रशासन और भू माफिया के गठजोड़ की भयावह तस्वीर पेश करता है। आखिर कब तक हमारे आदिवासी भाइयों पर यह जुल्म जारी रहेगा? कब तक उन्हें उनकी अपनी जमीन से बेदखल करने की साजिश रची जाएगी?

उन्होंने कहा कि, आज(4 सितंबर) मैंने मिर्चाईबारी का दौरा किया। जहां भू माफिया और गुंडों ने एक दर्जन से अधिक आदिवासी परिवारों को उनकी ही रैयती जमीन से मारपीट कर बेदखल कर दिया। कटिहार के सदर एसडीओ ने आनन-फानन में धारा 144 लगा दी, लेकिन यह तत्परता उन गुंडों और माफियाओं पर क्यों नहीं दिखाई गई। जिन्होंने यह जघन्य अपराध किया? क्या प्रशासन और पुलिस भू माफिया के साथ मिली हुई है? कटिहार के एसपी और डीएम महज 200 मीटर की दूरी पर रहते हुए भी, अपराधियों को उनका कोई खौफ नहीं है। यह एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि आखिर स्थानीय जनप्रतिनिधि, विधायक, और सांसद इन गरीब आदिवासियों के लिए क्यों नहीं खड़े हो रहे? 

इस पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और जो भी इसमें दोषी हैं, उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। मैंने इस मामले को लेकर बिहार के डीजीपी से भी बात की है और मुख्यमंत्री आवास को भी सूचित किया है। यदि जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो हम इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे।

कटिहार से श्याम की रिपोर्ट

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