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सुपौल के कुमार सुशांत ने राज्य का नाम किया रौशन, यूपीएससी परीक्षा में लाया 122 वां रैंक

सुपौल के कुमार सुशांत ने राज्य का नाम किया रौशन, यूपीएससी परीक्षा में लाया 122 वां रैंक

SUPAUL : सुपौल के कुमार सुशांत ने यूपीएससी में 122 वा रैंक प्राप्त कर वीरपुर ही नहीं सुपौल जिले का नाम रौशन किया है। कुमार सुशांत के upsc में  सफलता मिलने की जानकारी जैसे ही लोगों को हुई। उसके बाद सुशांत के घर बधाई देने वालों का तांता लग गया है। कुमार सुशांत ने यह कामयाबी प्रथम प्रयास में ही प्राप्त किया है। सुशांत के पिता वीरपुर से 13 किलोमीटर दूर बिशनपुर शिवराम के एक सरकारी मध्य विद्यालय में बतौर शिक्षक पदस्थापित है। सुशांत की मां वंदना पाठक गृहिणी है। जो लगातार अपने बेटे की इस कामयाबी पर ईश्वर का आभार प्रकट कर रही है। 

कुमार सुशांत की प्राथमिक शिक्षा 1 से 5 तक वीरपुर के निजी विद्यालय एंबीशन एकेडमी मैं हुई 6 से 8 तक की पढ़ाई विकास विद्यालय बेगूसराय में पूरी की तथा नौवीं और दसवीं की पढ़ाई मिथिला पब्लिक स्कूल बथनाहा में संपन्न किया। उसके बाद उन्होंने 12 वीं की पढ़ाई फारबिसगंज के सरस्वती विद्या मंदिर से की तथा उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के राम लाल आनंद कॉलेज में कला से स्नातक कर 2021 में यूपीएससी की तैयारी में जुट गए।

कुमार सुशांत दो भाई हैं। उनके बड़े भाई कुमार शुभम बीटेक करने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया अंतर्गत इलाहाबाद में बतौर एयर ट्रेफिक कंट्रोलर के रूप में पिछले माह ही नौकरी हासिल की है। कुमार सुशांत ने बताया कि वे 2021 से यूपीएससी की तैयारी कर रहे है और उनके माता-पिता उनका लगातार सपोर्ट किया। कहा आत्मविश्वास के साथ तैयारी की। बड़े भाई ने भी मुझे काफी सपोर्ट किया। कहा कि वे बाहर महानगरों में नहीं जाकर बीरपुर घर में ही रह कर इसकी तैयारी की और पहली बार में ही उन्होंने यह स्थान प्राप्त करने में सफलता पाई। यह सवाल पूछे जाने पर कि इस सफलता पाने में उन्हें किसी प्रकार की कठिनाइयां तो नहीं हुई। 

 इस पर कुमार सुशांत ने बताया कि नहीं मुझे ऐसी कोई कठिनाइयां नहीं हुई क्योंकि मेरे पिता ने गाइड किया। वह भी अपने समय में एक अच्छे स्टूडेंट रहे हैं। कहा मुझे अपने आप पर पूरा विश्वास था कि मैं यह कर पाऊंगा।  वही उनके पिता अरविंद पाठक ने बताया कि मेरे दोनों बेटे शुरुआती समय से ही पढाई में अव्वल रहे हैं और मुझे भी यह यकीन था कि मेरा पुत्र एक न एक दिन यूपीएससी में सफलता हासिल करेगा। मालूम हो कि सुशांत का पैतृक घर बलुआ थाना क्षेत्र का चैनपुर गांव में है और वे लोग काफी दिनों से वीरपुर में रहते हैं। जहां उनके पिता अरविंद पाठक एक शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।

सुपौल से सुभाष चंद्रा की रिपोर्ट 


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