सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले बोले मंत्री नीरज कुमार, कोर्ट के फैसले से न्यायिक व्यवस्था पर जनता का बढ़ा और भरोसा

Patna :  सुशांत सिंह राजपूत मौत की जांच सीबीआई ही करेगी। यह फैसला सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया है। वहीं कोर्ट ने मुंबई पुलिस को जांच में सीबीआई को सहयोग करने को कहा है। इधर सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से जनमानस का न्यायिक व्यवस्था पर भरोसा प्रगाढ़ हुआ है और उम्मीद बढ़ी है।

उन्होंने कहा कि स्व. सुशांत सिंह राजपूत के परिजनों द्वारा पटना में FIR दर्ज करवाने के उपरांत जाँच के लिए मुंबई गई पुलिस के साथ वहाँ किए गए असहयोग और पुलिस टीम के नेतृत्व के लिए गए आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वरंटाइन किया जाना सीधे तौर पर जाँच को बाधित करना था। परिजनों के अनुरोध पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीबीआई जांच की अनुशंसा की, जिसे आज माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी जाँच की अनुमति प्रदान कर दी।

नीरज कुमार ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में हैरतअंगेज यह है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक तरफ तो सीबीआई जाँच की माँग करने का दावा करते हैं यानी सीबीआई जाँच को सही मानते हैं तो फिर कैदी नंबर 3351 लालू यादव की सजा को भी सही मानते हैं। वहीं दूसरी ओर कहते हैं कि हमारे पिता कैदी नंबर 3351 को फँसा दिया गया। ये दोहरा मापदंड ?

उन्होंने कहा कि जब बिहार पुलिस के आईपीएस अधिकारी को क्वरंटाइन किया गया और बिहार पुलिस के क्षेत्राधिकार पर बहस हो रही थी तब तेजस्वी यादव मूक दर्शक बने रहे। जब कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बिहार पुलिस की जाँच पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया तब भी तेजस्वी यादव मौन साधे रहे, क्या सिर्फ इसलिए कि वहाँ इनके सहयोगी दल काँग्रेस गठबंधन सरकार में शामिल थी। 

इन्होंने न तो काँग्रेस की भूमिका पर कभी सवाल खड़ा किया और न ही महाराष्ट्र सरकार की नीयत पर। आखिरकार आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है और अब सीबीआई जाँच की मंजूरी मिलने के साथ ही साथ बिहार पुलिस की जाँच को सही करार दिया गया। अब स्व. सुशांत सिंह राजपूत की दुखद मृत्यु की जाँच से गुनाहगारों का पर्दाफाश होगा।