NAWADA : जामताड़ा बनने के कगार पर नवादा को साइबर अपराधियों से मुक्ति दिलाने के लिए एसपी अम्बरीष राहुल के दिशा-निर्देश पर जिले के वारिसलीगंज थाना पुलिस ने सर्जिकल स्ट्राइक शुरू किया है। इसको लेकर वारिसलीगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रूपेष कुमार सिन्हा के नेतृत्व में विशेष छापेमारी टीम का गठन कर सघन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में साइबर अपराधियों का हब बन चुके जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के थाना क्षेत्र के कोचगांव गांव में में सघन छापेमारी कर 5 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 7 एंड्रायड मोबाइल, एक कीपेड मोबाइल तथा 150 पेज का कस्टमर डाटा बरामद किया गया है।
पुलिस को देखते ही भागने लगे सभी शातिर
शुक्रवार को एसपी श्री राहुल ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 20 जून 2024 को वारिसलीगंज थाना को सूचना मिली कि कोचगांव गांव में कुछ साइबर अपराधी इकट्ठा हुए हैं, जिनके द्वारा जनता को ठगने का काम किया जा रहा है। उक्त सूचना को एसपी को अवगत कराते हुए एवं एक विशेष छापामारी दल का गठन कर उक्त स्थल पर पहुंचकर देखा तो पाया कि कोचगांव से पश्चिम स्थित बगीचा में कुछ साइबर अपराधी अपराध कारित कर रहे है, जिसे घेराबंदी कर के छापामारी किया तो सभी अपराधी पुलिस को देखकर भागने लगे।
पीछा कर आठ को पकड़ा
जिसमें से पांच अपराधी को गिरफ़्तार किया गया, जबकि शेष अपराधी भागने में सफल रहा।। गिरफ़्तार अभियुक्त को थाना लाने के क्रम में सूचना प्राप्त हुआ कि कुछ साइबर अपराधी ग्राम कांधा गांव से उत्तर स्थित बगीचा में भोले भाले लोगों से पैसे की ठगी कर रहे है। सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई को लेकर कांधा गांव स्थित बगीचा को घेराबंदी कर छापेमारी किया तो पुलिस को देखकर 12-13 लोग वहां से भागने लगे, जिसमें से 3 लोगों को साथ में रहे बल के सहयोग से पकड़ कर अपने क़ब्ज़े में लिया गया। शेष खेत खलिहान एवं ऊंच-नीच रास्ता होने के कारण भागने में सफल रहे।
धनी फाइनेंस के नाम पर लगाते थे चूना
बताया गया कि गिरफ़्तार अभियुक्त के द्वारा अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया गया कि इन लोगों के द्वारा फ़ेसबुक पर धनी फाइनेंस के नाम से फेक आईडी बनाया जाता है। कस्टमर डाटा से उपलब्ध मोबाइल नंबर के धारक को धनी फाइनेंस के नाम से ऑनलाइन लोन देने के नाम पर फ़ोन कर लुभाते थे। जब कोई ग्राहक इनके जाल के फंस जाता था तो वास्तविक लगने के लिए इनसे इनके व्यक्तिगत विवरण जैसे की आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पासबुक की छायाप्रति, पैनकार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो तथा ईमेल आईडी आदि की मांग करते थे। इन कागजातों के लिए ये व्हाट्सएप से मैसेज भेजते थे।
उसके बाद ग्राहक से एनओसी सर्टिफ़िकेट के रूप में पैसे की मांग करते थे। एनओसी मिल जाने के उपरांत ग्राहक को व्हाट्सएप के माध्यम से एप्रूवल लेटर भेजते थे तथा उक्त व्यक्ति से लोन दिलाने के नाम पर प्रोसेसिंग शुल्क के रूप में पैसे की मांग करते थे।
एसपी श्री राहुल ने बताया कि गिरफ्तार सभी साइबर अपराधियों के द्वारा धनी फाइनेंस के नाम पर लोन दिलाने के नाम पर प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर एक हजार से दस हजार रूपये तक वसूल कर राज्य ही नहीं बल्कि, देश के अन्य राज्यों के लोगों को अपना शिकार बनाते थे।
जेल भेजे गए सभी बदमाश
पुलिस के द्वारा इनसे बरामद समान को जब्त किया गया तथा इनके विरुद्ध वारिसलीगंज थाना कांड संख्या-220/24 दर्ज कर सभी गिरफ्तार ठगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। मौके पर वारिसलीगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रूपेश कुमार सिन्हा सहित कई पुलिस कर्मी मौजूद थे।
गिफ्तार साइबर अपराधियों की सूची
गिरफ्तार अपराधियों में नालंदा जिला अन्तर्गत कतरीसराय थाना क्षेत्र के पलटपुर गांव निवासी अरुण प्रसाद का 20 वर्षीय पुत्र उत्तम कुमार, कटौना गांव निवासी जगन्नाथ सिंह का 40 वर्षीय पुत्र लक्ष्मण सिंह, वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के लालपुर गांव निवासी सुधीर प्रसाद का 19 वर्षीय पुत्र साजन कुमार, कांधा गांव निवासी बाबूलाल सिंह का 29 वर्षीय पुत्र मुन्ना कुमार तथा विजय सिंह का 20 वर्षीय पुत्र रौशन कुमार शामिल हैं।
REPORT - AMAN SINHA