Bihar news - धूमधाम से मनाई गई श्री श्री ठाकुर अनुकूलचंद्र जी की लीलासंगिनी परमाराध्या श्रीश्रीबड़माँ की शुभ 132 वीं जन्मतिथि

Patna - देवघर स्थित सत्संग आश्रम के प्राण केंद्र श्री श्री ठाकुर अनुकूलचंद्र जी की लीलासंगिनी परमाराध्या श्रीश्रीबड़माँ की शुभ 132 वीं जन्मतिथि पटना सत्संग विहार, कंकड़बाग में धूमधाम से मनाया जा रहा है। जगतजननी श्रीश्रीबड़माँ का जन्ममाह पवित्र श्रावण महीना है और इस अवसर पर देश भर में मातायें श्रावण परिक्रमा के माध्यम से पूरे माह श्रीश्रीबड़माँ के गुण-कीर्तन में विभोर रहती है।
श्रीश्रीठाकुर "नारी-नीति" में नारी के जिन आठ वैशिष्ट्य की बात उल्लेख किये हैं-निष्ठा, धर्म, शुश्रूषा, सेवा, सहायता, संरक्षण, प्रेरणा और प्रजनन श्रीश्रीबड़मां प्रत्येक के ही मूर्त प्रतीक थीं। उनकी स्मृतिशक्ति और प्रज्ञाशीलता असाधारण थी। वे सहज संन्यासिनी थी। उनमें अपरिमेय त्याग की भावना थी।
श्रीश्रीबड़माँ लाल पाड़ की सफेद साड़ी पहनती थी-माथे पर सदा घूँघट दिए रहती थी, सिर पर सिंदूर, टिका, और पैर अलता से रंगा रहता था।
अनेक सेवक-सेविका उपस्थित रहने के बावजूद भी श्रीश्रीबड़मों अपने हाथों से स्वामी-सेवा करती थी। स्वामी की इच्छा के परिपूरण में एवं स्वस्ति विधान के प्रयोजन में श्रीश्रीबड़मों का अटल व्यक्तित्व चिरस्मरणीय और दृष्टान्त स्वरूप था। उनका जीवन था अतिसाधारण, अति आडंबरहीन, मगर उनका सहनशीला रूप जनसाधारण के जीवन को और भी धैर्य, सहनशील एवं इष्टकेंद्रित बना देता है।
Report - vandana sharma