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गर्भवती महिला और बच्चों के नाम पर इमोशनल कार्ड खेलने पर लालू प्रसाद पर भड़के सुशील मोदी, पूछा - किस कानून में लिखा है जहां बच्चे हैं वहां पुलिस नहीं जाएगी

गर्भवती महिला और बच्चों के नाम पर इमोशनल कार्ड खेलने पर लालू प्रसाद पर भड़के सुशील मोदी,  पूछा - किस कानून में लिखा है जहां बच्चे हैं वहां पुलिस नहीं जाएगी

PATNA : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने जिस तरह अपने बेटे और गर्भवती बहू के साथ बेटियों के घर पर हुई ईडी की रेड को लेकर इमोशनल कार्ड खेला है। उसको लेकर सुशील कुमार मोदी ने राजद सुप्रीमो पर निशाना साधा है। सुशील मोदी ने पूछा है कि किस कानून में लिखा है कि जिस घर में बच्चे होंगे, वहीं पुलिस रेड नहीं करेगी। घर में गर्भवती महिला है, इसका मतलब यह नहीं है कि उसके पति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकती है। भारत के किसी कानून में ऐसा नहीं लिखा है। सुशील मोदी ने इस दौरान अगर उन्हें लगता है कि पुलिस ने ईडी ने गलत काम किया तो  बिहार में सरकार उनकी है। एक कानून बना दें कि जिस घर में बच्चें हों या गर्भवती महिला हो, वहां पुलिस छापेमारी के लिए नहीं जाएगी। उस घर से किसी को गिरफ्तार नहीं करेगी। पूर्व डिप्टी ने कहा कि मैंने कहीं नहीं पढ़ा कि ईडी ने तेजस्वी यादव की गर्भवती पत्नी से पूछताछ की है। इसलिए इस तरह के इमोशनल कार्ड खेलने का कोई मतलब नहीं है। उनकी करनी के कारण ही हमारी पार्टी ने उन्हें 2010 में 24 सीटों पर पहुंचा दिया था। लोकसभा में एक सीट नहीं जीत सके।

ललन सिंह और नीतीश को बताया मजबूर

सुशील मोदी ने इस दौरान ईडी की कार्रवाई को लेकर नीतीश कुमार और ललन सिंह द्वारा लालू परिवार का समर्थन करने को उनकी मजबूरी बताया। राज्यसभा सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार और ललन सिंह के पास लालू परिवार का समर्थन करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। भाजपा ने पहले ही उनके लिए दरवाजे बंद कर दिए हैं। अब राजद सुप्रीमो का भी विरोध करेंगे तो तेजस्वी उन्हें गद्दी से उतार देंगे। अपनी सरकार बचानी है लालू परिवार का गुणगान करना ही होगा। यही नीतीश जी और ललन जी कर रहे हैं।

कार्रवाई से भाजपा का कोई मतलब नहीं

इस पूरी कार्रवाई में भाजपा पर उठ रही उंगूली का बचाव करते हुए सुशील मोदी कि आईआरसीटीसी घोटाले से भाजपा का दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है। अगर किसी का वास्ता है तो वह जदयू है। 2008 में जदयू से ललन सिंह, शरद यादव और शिवानंद तिवारी गए थे मनमोहन सिंह से मिलने के लिए। उन्होंने लालू प्रसाद के जमीन के बदले नौकरी देने को लेकर सारे सबूत दिए. लेकिन तब मनमोहन सिंह ने लालू प्रसाद को बचाने के लिए कोई जांच नहीं की। 2014 में मोदी सरकार बनी तो फिर से ललन सिंह ने इस पूरे मामले में जांच की मांग की थी

जहां तक पांच साल से केस में कोई कार्रवाई नहीं होने की बात नीतीश कुमार कहते हैं तो वह भी गलत है। मामले में लगातार कार्रवाई की जा रही है। मामला सामने आने के बाद नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव से इसका जवाब मांगा था, जिसे पर अब तक जवाब नहीं दिया गया है। मामले में तेजस्वी पर जमानत पर हैं। अब उनके खिलाफ ट्रायल शुरू हो गया है। सीबीआई लगातार जांच कर रही है।



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