पटना- लालू प्रसाद के बड़े लाल तेजप्रताप यादव ने शिवहर लोकसभा क्षेत्र से अंगेश कुमार सिंह को मैदान में उतारा था. अपने प्रत्याशी के चुनाव प्रचार के लिए वे शिवहर भी गए थे और रोड़ शो किया था. लेकिन उनका नामांकन पत्र खारिज हो गया यानि अब वे चुनाव मैदान से बाहर हो गए. लेकिन इसके पीछे जो खबरें आ रही हैं वो चौंकाने वाली है... तेजप्रताप यादव के प्रत्याशी अंगेश सिंह के नामांकन रद्द की इनसाईड स्टोरी हैरान करने वाली है.
जानकारी देने के बाद भी तेजप्रताप के उम्मीदवार ने नहीं भरा फार्म
दरअसल तेजप्रताप यादव के प्रत्याशी अंगेश कुमार सिंह नें अपने नामांकन पत्र को आधा-अधूरा भरा था. नामांकन पत्र जमा करने के समय एफिडेविट कर फार्म -26 भरकर दिया जाता है. लेकिन तेजप्रताप के उम्मीदवार ने फार्म 26 का कई कॉलम खाली छोड़ रखा था. निर्वाची पदाधिकारी ने अंगेश कुमार सिंह को नोटिस भेजकर बताया कि आपके फार्म-26 में कई कॉलम खाली हैं. आप उसे पूरी तरह से भरकर दें, क्यों की आधा-अधूरा कागज देने से आपका नामांकन रद्द हो सकता है. बावजूद इसके उन्होंने ऐसा नहीं किया. इस वजह से नामांकन पत्र की जांच के बाद उनका नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया. बिहार के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने भी स्वीकार किया है कि फार्म 26 के आधे-अधूरे भरे जाने के बाद अंगेश कुमार सिंह को नोटिस के माध्यम से जानकारी दी गई. लेकिन उन्होंने उसे सुधारने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. जिस वजह से निर्वाची पदाधिकारी ने नामांकन रद्द किया है.
शिवहर पर तेजप्रताप-तेजस्वी में हो गयी थी डील !
बताया जाता है कि तेजप्रताप के जन्म दिन पर तेजस्वी और तेजप्रताप की मुलाकात के बाद शिवहर पर डील हो गयी थी. उपरी तौर पर भले ही तेजप्रताप यादव शिवहर प्रत्याशी के पक्ष में खड़े दिख रहे थे लेकिन भीतर-भीतर उन्होंने इसका मैसेज शिवहर के अपने प्रत्याशी को दे दिया था. बताया जाता है कि तेजप्रताप यादव ने अपने खासमखास अंगेश सिंह को इसके लिए राजी भी कर लिया. इसीलिए आधे-अधूरे नामांकन फार्म को भरने के लिए निर्वाची पदाधिकारी ने जब नोटिस दिया तो वे इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाई. आम-जनता में गलत मैसेज न जाए इसको लेकर तेजप्रताप और उनके प्रत्याशी अंगेश कुमार सिंह यह बताने में जुटे रहे कि वे चुनाव मैदान में डटे हैं.
अब कोर्ट की शरण में जा सकते हैं अंगेश सिंह
हालांकि अपना नामांकन पत्र खारिज होने के बाद तेजप्रताप यादव के उम्मीदवार अंगेश कुमार सिंह ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि वे इसके खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटायेंगे.
अबतक तेजप्रताप अंगेश सिंह को बता रहे थे राजद का असली उम्मीदवार
बता दें कि तेजप्रताप यादव अपने उम्मीदवार को ही राजद का असली उम्मीदवार बता रहे थे. तेज प्रताप यादव के इस रूख को देख राजद उम्मीदवार सैयद फैसल अली के समर्थक मन ही मन बेचैन थे तो भाजपा प्रत्याशी रमा देवी के खेमे में खुशी थी.