पटना. सरकार बनते ही कभी मंत्रियों के आपराधिक इतिहास तो कभी मंत्रियों के अपशब्द बोलने से नीतीश सरकार परेशान है. ऐसे में अब उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने राजद कोटे के मंत्रियों के लिए कामकाज और व्यवहार को लेकर एक गाइडलाइन जारी किया है.
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राजद कोटे के सभी 16 मंत्रियों के लिए गाइडलाइन जारी करते हुए उनसे कहा है कि नीतीश सरकार में राष्ट्रीय जनता दल के कोटे से बने मंत्री विभाग में अपने लिए कोई नई गाड़ी नहीं खरीदेंगे. राष्ट्रीय जनता दल के मंत्री उम्र में उनसे बड़े कार्यकर्ता, शुभचिंतक, समर्थक या किसी भी अन्य व्यक्ति को पाँव नहीं छूने देंगे। शिष्टाचार और अभिवादन के लिए हाथ जोड़कर प्रणाम, नमस्ते व आदाब की परंपरा को ही बढ़ावा देंगे.
इसी तरह सभी मंत्रियों से आग्रह है कि उनका सभी के साथ सौम्य और शालीन व्यवहार हो तथा बातचीत सकारात्मक रहे।सादगी से पेश आते हुए सभी जाति/धर्म के गरीब एवं जरुरतमंद लोगों को अविलंब प्राथमिकता के आधार पर मदद करेंगे. किसी से भेंट स्वरूप पुष्पगुच्छ/गुलदस्ता लेने-देने के स्थान पर किताब-कलम के आदान-प्रदान को बढ़ावा देंगे। और इस आशय का आग्रह लगातार करेंगे.
तेजस्वी ने कहा है कि सभी विभागीय कार्यों में माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ईमानदारी, पारदर्शिता, तत्परता और त्वरित क्रियान्वयन की कार्यशैली को बढ़ावा देंगे. उन्होंने कहा, सभी माननीय मंत्रीगण आदरणीय मुख्यमंत्री जी, बिहार सरकार एवं अपने अधीनस्थ विभागों, कार्य योजनाओं और विकास कार्यों का सोशल मीडिया पर लगातार प्रचार-प्रसार करेंगे ताकि जनता को आपके हरेक पहलकदमी की सकारात्मक जानकारी प्राप्त हो सके.
राजद के साथ मिलकर सीएम नीतीश कुमार द्वारा बिहार में सरकार बनाने के बाद विपक्ष ने राज्य में भ्रष्टाचार और जंगलराज को बढ़ावा मिलने की आंशका जताई है. यहां तक कि 16 अगस्त को 31 मंत्रियों के शपथ लेते ही पहले कानून मंत्री कार्तिक सिंह और फिर कई अन्य मंत्रियों से जुड़े आपराधिक मामलों के उजागर होने पर सरकार की हो रही बदनामी के बाद उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राजद कोटे के मंत्रियों के लिए एक विशेष फरमान जारी किया है. इसका मुख्य मकसद राजद कोटे के मंत्रियों की छवि को बेहतर बनाना और राज्य में विपक्ष के भ्रष्टाचार और जंगलराज को बढ़ावा मिलने की आंशका को करारा जवाब देने के रूप में देखा जा रहा है.