सासाराम जा रहे भाजपा प्रतिनिधिमंडल को प्रशासन ने रोका, पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद सहित कई नेता हैं शामिल

SASARAM : रामनवमी शोभायात्रा के दौरान सासाराम में दो गुटों में हड़प के बाद स्थिति धीरे धीरे सामान्य हो रही है। इस बीच जिले में प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए है। प्रभावित इलाकों में जहाँ भारी संख्या पुलिस बल की तैनाती की गयी है। वहीँ कल यानी बुधवार को डीजीपी आर एस भट्टी ने भी सासाराम जाकर प्रभावित इलाकों का दौरान किया था।
वहीँ डीजीपी ने अधिकारीयों को कई निर्देश भी दिया था। इस बीच स्थिति का जायजा लेने के लिए कई दलों के नेता भी इलाके में जा रहे हैं। जो स्थिति का जायजा ले रहे हैं। इसी कड़ी में आज बीजेपी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल सासाराम जा रहा था। इस प्रतिनिधिमंडल को प्रशासन ने बिक्रमगंज के मोहनी के पास रोक दिया है। इस प्रतिनिधिमंडल में पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, रेनू देवी सहित कई विधायक शामिल हैं।
वहीँ गुरुवार को एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान को भी नालंदा जाने से रोक दिया गया। अख्तरुल ने कहा कि मेरे नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल आज बिहारशरीफ हिंसा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने को निकला। जैसे ही हमलोग बिहारशरीफ में प्रवेश किए पुलिस प्रशासन द्वारा हमलोगों को धारा 144 का दुहाई देकर आगे नहीं जाने दिया गया। वहीं इससे पहले दूसरे लोगों को प्रशासन ने जाने का अनुमति दी थी। प्रशासन का यह दोहरा रवैया ऐसे परिस्थिति में नहीं होना चाहिये।
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम बिहार में सासाराम और बिहारशरीफ दंगों के बाद आक्रामक रुख अपनाये हुए है। ओवैसी ने राज्य के दोनों शहरों में हुई हिंसात्मक घटनाओं के लिए नीतीश सरकार को दोषी कहा था। अब उनकी पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष ने नालंदा के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने की योजना बनाई। हालांकि बिहारशरीफ में लागू धारा-144 को देखते हुए प्रशासन ने उन्हें शहर के सीमाई इलाके पर ही रोक दिया। इसे लेकर अब अख्तरुल ने जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है।
सासाराम से रंजन की रिपोर्ट