मुजफ्फरपुर- आपकी गाड़ी आपके गैराज में खड़ी हो और उसका चालान कट जाए तो आपको कैसा लगेगा. ऐसा हीं एक वाक्या सामने आया है. वस गैराज में खड़ी थी और उसका चलान कट गया. गैराज में बस का मेंटेनेंश कराया जा रहा था और मालिक के मोबाइल पर ई-चालान का मैसेज आया तो वह दौड़ा परिवहन विभाग के दफ्तर.
अब परिवहन विभाग के साहब जांच करने के बदले चालान कटने के कारण को उचित ठहराना हीं ठीक समझे .बस मालिक ने जिला परिवहन पदाधिकारी को मेंटेनेंस की रसीद भी दी. बताया कि उनकी गाड़ी उस तारीख को मेंटेनेंस में थी. लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई. वहीं जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि गाड़ी मालिक ने गाड़ी के गैराज में खड़ी होने का जो बिल दिया है उसे साबित नहीं होता है कि उसे दिन बस गैराज में खड़ी थी या परिचालन में थी. इसलिए जुर्माना देना पड़ा. उन्होंने गाड़ी मालिक के आवेदन पर विभाग के विचार करने की बात कह करल पल्ला झाड़ लिया.
तकनीक जानकारों के अनुसार व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस,वीएलटीडी की गलत रिपोर्टिंग के कारण ऐसी परेशानी आ रही है. बस मालिकों के पास उनके निर्धारित परमिट रूट से बाहर जाने या अन्य गड़बड़ियों को लेकर जुर्माने के गलत चालान आ रहे हैं. गाड़ी मुजफ्फरपुर में मेंटेनेंस के लिए एक गैराज में खड़ी थी और पटना से रूट ओवरलैपिंग का मामला बता कर दो गाड़ियों पर जुर्माने का मैसेज आ गया. मालिक माफी के लिए दफ्तरों का दौड़ लगाकर थक गए. सुनवाई नहीं होनी थी सो नहीं हुई. उनकी दलील और कागजात मामने के लिए साहब तैयार जो नहीं थे. तो मालिक ने जुर्माने की राशि जमा करा दिया.
तकनीकि गड़बड़ी का खामियाजा व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस,वीएलटीडी कि गलत रिपोर्टिंग के कारण ऐसी परेशानी का खामियाजा वाहक मालिकों को भुगतना पड़ रहा है.