JAMUI : जमुई का शिक्षा विभाग हमेशा अपने कारनामों के कारण सुर्खियों में रहता है। इस बार भी जमुई के शिक्षा विभाग के अधिकारियो ने बड़ा कारनामा कर दिखाया है। मामला वेतन भुगतान में फर्जीवाड़े से जुड़ा है। जिसमे बताया जा रहा है की 12 शिक्षकों को अवैध तरीके से कई सालों से वेतन का भुगतान किया जा रहा था। जिसकी राशि लगभग एक करोड़ से भी ज्यादा आंकी जा रही है।
हालाँकि मामला पिछले साल मार्च 2023 में ही उठा था। लेकिन तत्कालीन अधिकारियो की मिलीभगत से इस पर कारवाई नही हुई। लेकिन इस बार जमुई डीएम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डीडीसी के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर दी थी। जिसका ही नतीजा रहा की माध्यमिक शिक्षा निदेशक के आदेश के बाद अब जमुई थाने में एफआईआर दर्ज हुई है।
आपको बता दें की जमुई शिक्षा विभाग के पूर्व डीपीओ (स्थापना) शिवकुमार शर्मा जांच के घेरे में है और इस मामले को लेकर इन पर गाज गिरना तय है। हालाकि इस मामले में शिक्षा विभाग के कई और अधिकारी भी जांच के घेरे में आ सकते है। जिसके कारण पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
अब देखना लाजिमी होगा की पुलिसिया कार्रवाई के बाद पूर्व डीपीओ को लालघर का दर्शन करना पड़ेगा या फिर पहले की तरह ही इस बार भी फाइल धूल फाकते रहेगी। फिलहाल तो चर्चाओं का बाजार गर्म है और आशंका जताई जा रही है की इस कांड में कई व्हाइट कॉलर वाले अधिकारियो की गर्दन फंसी है।
जमुई से सुमित की रिपोर्ट