8 महीने बाद जिंदा लौटा मरा हुआ शख्स, देखकर परिजन हो गए हैरान, जानिए क्या है पूरा मामला

MUZAFFARPUR: कहा जाता है कि मरने के बाद इंसान स्वर्ग सिधार जाता है और फिर कभी दुनिया में वापस नहीं आता है। लेकिन इस कथन को मुजफ्फरपुर के एक शख्स ने झुठा साबित कर दिया है। जी हां, मामला जिले के कुढ़नी की सुमेरा पंचायत की है। जहां 8 माह पहले मरा एक शख्स आचानक सकुशल अपने घर वापस आ गया। उसे देख परिजन जितना खुश हुए उतना ही हैरान भी हुए। परिवार वाले इस शख्स को 8 महीने पहले यूपी में दफना कर आए थे। आज वो सबके सामने जीवित खड़ा था। परिजनों से लेकर स्थानीय ग्रामिणों तक उसके लौट आने की कहानी जानने को उत्सुक थे।
मिली जानकारी अनुसार युवक के पिता ने बताया कि, करीब 8 माह पहले उनका बेटे मो. एताब घर से मजदूरी करने के लिए दिल्ली निकला था। दिल्ली जाने के दौरान ट्रेन में कुछ लोगों ने चोरी के आरोप में कुछ युवकों की पिटाई कर दी। और उसे भी चलती ट्रेन से फेंक दिया। जिसके बाद परिजनों के पास यूपी पुलिस का फोन आया कि उनके पुत्र की ट्रेन से काट कर मौत हो गई है।
पिता ने बताया कि, उनके परिवार को यूपी पुलिस ने मृतक के पहचान के लिए बुलाया। जब तक वह लोग शव के पहचान के लिए पहुंचे तब तक घटना के पांच दिन बीत चुके थे। जब पिता ने अपने पुत्र का शव दिखा तो सड़-गल जाने के कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा था कि वह उनका पुत्र है भी या नहीं। वहीं यूपी पुलिस के कहने पर उन्होंने शव को लेकर अपने परंपरा अनुसार दफना दिया।
वहीं गुरुवार को अचानक परिजनों को सूचना मिली कि, मो. एताब अपनी बहन के घर है। जिसके बाद परिजनों ने उसे अपने गांव वापस लाया। एताब के पिता का कहना है कि, उनका बेटे पिटाई के बाद बोल नहीं पा रहा लेकिन इशारा में थोड़ा-बहुत बात कर ले रहा है। वहीं मामले की जानकारी देते हुए एताब ने बताया कि, पिटाई के बाद उसे और अन्य युवकों को ट्रेन से नीचे फेंक दिया गया था। जिसके बाद वह भटकते हुए गुजरात पहुंच गया। उसकी याददाश्त चली गई थी। विक्षिप्त अवस्था में वहां भटकने लगा। भटकने के दौरान वहां के किसी साधु ने उसे मंदिर में रखा। कुछ दिन पूर्व उसने लिखकर अपना पता मुजफ्फरपुर बताया तो साधू ने उसे ट्रेन का टिकट देकर घर भेज दिया। वहीं अपने बेटे को जीवित देख उसकी मां की खुशी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रही थी। मां बार बार अपने बेटे की बलाएं ले रही थी।