पटना. कल यानी 3 नवंबर को भाजपा के संस्थापक सदस्य एवं भीष्म पितामह कैलाशपति मिश्र की पुण्यतिथि मनाई जाएगी। इसको लेकर पटना के तारामंडल सभागार में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व एमएलसी कृष्ण कुमार सिंह के नेतृत्व में पुण्यतिथि कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे और कैलाशपति मिश्र को श्रद्धांजलि देंगे।
इस बीच कैलाशपति मिश्र को लेकर कृष्ण कुमार सिंह News4Nation से बात करते हुए बताया कि कैलाशपति मिश्र जैसा व्यक्तित्व की परिकल्पना आज बिहार के लिए मुश्किल है। वह सभी के लिए प्रेरित करने वाले शख्सियत थे। वह व्यक्ति नहीं, बल्कि पूरा संगठन थे। उन्होंने जैसी बिहार की कल्पना की थी, अगर आज वह बिहार बन जाए, तो देश में सर्वांगीन विकास करते हुए देश में अव्वल दर्ज को प्राप्त कर सकता है।
कुष्ण कुमार सिंह ने बताया कि बिहार में जनसंघ की स्थापना हुई तो कैलाशपति जी को सूबे को मजबूत करने की जिम्मेदारी मिली। वह बिहार के कोने कोने में गए, लेकिन कभी किसी ने उनकी जाति नहीं पूछी। हर कोई उन्हें कैलाश जी के नाम से जानता था। उन्होंने न सिर्फ अविभाजित बिहार के लिए काम किया, बल्कि पं. बंगाल, दिल्ली और आसाम में जन संघ के लिए काम किया। बाद में वह गुजरात के राज्यपाल भी बने।
कार्यकर्ताओं से था स्नेह
कृष्ण कुमार सिंह ने बताया कि कैलाशपति जी का अपने कार्यकर्ताओं से बड़ा स्नेह था। कार्यकर्ता भी अभिवावक मानते थे। वह किसान परिवार से थे। इसलिए वह हमेशा से ही किसानों के ही हित के लिए सोचते थे, जब वित्त मंत्री रहे तो भी किसानों के लिए योजनाओं पर ही जोर दिया। साथ ही दलितों के विकास के लिए सबसे ज्यादा काम किया। आज जिस सोशल इंजीनियरिंग की चर्चा की चर्चा की जा रही है, उसका सबसे पहले इस्तेमाल कैलाश बाबू ने ही किया था।