गोपालगंज जिले के मांझागढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव से पांच नाबालिग लड़की के गायब होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने तत्काल एक टीम गठित कर त्वरित कार्रवाई करते हुए पटना जंक्शन से पांचों नाबालिगों को बरामद कर लिया गया है। वहीं बरामद की गई नाबालिग को पुलिस ने उसके परिजनों को सौप दिया गया है।
दरअसल इस संदर्भ में बताया जाता है कि मांझा थाना क्षेत्र के एक गांव से 22 अगस्त की रात पांच नाबालिग लड़की अचानक गायब हो गई थी। इसकी सूचना मिलने के बाद मांझा थानाध्यक्ष संग्राम सिंह ने एक टीम गठित कर तकनीकी और मानवीय सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पांचों नाबालिगों को पटना जंक्शन से बरामद कर लिया।
वहीं एक महिला आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि गिरफ्तार महिला गांव के ही एक गैस एजेंसी पर रहती थी। थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी महिला अपने दो बच्चे तथा पति को छोड़कर पांच दिन से घर से फरार थी। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि पांचों नाबालिगों को पहले फोन पर ब्रेन वास किया गया था। उसके बाद पांचों को सिवान जिला के बड़हरिया में बुलाया गया था।
सीवान से एक बस में बैठकर पटना लेकर गई थी। थानाध्यक्ष ने बताया कि बरामद नाबालिगों को आरोपी महिला कलकत्ता एवं दिल्ली में आर्केस्ट्रा में नचाने तथा रिल बनाकर फेमस करने के झांसा देने और ऑनलाइन प्रेम जाल में फंसा कर शादी करने के बहाने दिल्ली बुलाकर ट्रैफिकिंग में भेजने की।
योजना थी। बरामद दो नाबालिगों को एक अज्ञात व्यक्ति से पूर्व से बात होती थी। अंजान व्यक्ति ने दोनों नाबालिगों को फोन कर शादी करने के लिए बुलाता था। पुलिस ने पांचो लड़कियों को बरामद कर आगे की कार्रवाई कर रही है। थानाध्यक्ष ने बताया कि नेटवर्क में कितने लोग हैं इसकी जांच किया जा रहा है।
रिपोर्ट- मन्नान अहमद