DESK. बद्रीनाथ धाम के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रविवार सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर खोल दिये गये. बद्रीनाथ धाम चार धामों में से एक है. शीतकाल के दौरान बद्रीनाथ धाम का कपाट बंद हो जाता है जो बाद में बैशाख महीने में खुलता है. शुभ मुहूर्त में हजारों भक्तों के जयकारों के बीच सुबह पौराणिक परंपरा व विधि विधान से बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले गये. बद्रीनाथ मंदिर का भव्य श्रृंगार फूलों और लाइटों से किया गया है.
अलकनंदा नदी के किनारे चमोली जिले में गढ़वाल पहाड़ी ट्रैक में स्थित बद्रीनाथ मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है. चारधाम यात्रा के दौरान इस साल दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या तय कर दिये जाने की खबर है. सरकारी आदेश के अनुसार बद्रीनाथ धाम में 15 हजार, केदारनाथ में 12 हजार, गंगोत्री में 7 हजार और यमुनोत्री में 4 हजार श्रद्धालुओं को ही प्रतिदिन दर्शन करने की अनुमति होगी.
पिछले दो साल से कोरोना संकट के कारण चार धाम की यात्रा स्थगित थी . इस बार कोरोना संकट कम होने के कारण फिर से श्रद्धालुओं को बद्रीनाथ धाम में दर्शन पूजन का अवसर मिल रहा है.