कलयुग का श्रवण कुमार, महादेव की महिमा से ठीक हुई बीमार मां, तो बेटा बहंगी पर बिठाकर चला बाबा की नगरी

BHAGALPUR: भगवान महादेव के पूजन का पावन महीना श्रावण चल रहा है। श्रावण में महादेव के भक्तों का बोलबाला रहता है। हर तरफ भोलेनाथ की जयकार से गुंजता रहता है। कई श्राद्धालु कांवड़ लेकर बाबा को जल चढ़ाने जाते है। दरअसल, बदन पर भगवा-लाल कपड़े, नंगे पैर और भोले की मस्ती के बीच कांवड़ यात्रा में आपने कई लोगों को देखा होगा। लेकिन इस बार पवित्र धार्मिक यात्रा पर कुछ ऐसे श्रद्धालु भी निकले, जिन्होंने कांधे पर लदे बहंगी में अपने मां को भी बिठा रखा है।
बता दें कि, खगड़िया जिला के परवत्ता गांव निवासी अपनी मां को देवघर लेकर जाने के लिए पुत्र रंजित साह ने बहंगी तैयार की। जिसके बाद श्रवण कुमार की तरह उसमें माता को बिठाकर जलाभिषेक के लिए सुल्तानगंज से निकल पड़े। इस बहंगी को द्रोपती देवी के पुत्र और भतीजा बहंगी को उठाकर चल रहे हैं। सुल्तानगंज उत्तरवाहिनी गंगा से जल लेकर भक्त बाबा के दर्शन के लिए देवघर की ओर निकले कांवरियों का जत्थे बोल-बम के जयकारे के साथ अपनी ही मस्ती में जाते दिख रहे हैं।
वहीं इन कावंड़ियों में बिहार के खागड़िया के रहने वाले दो युवक भी है, जो कलयुग में श्रवण कुमार की तरह अपने माता को बाबा के धाम ले जा रहा है। इतना ही नहीं इस काम में उनके परिजन संगीत साह,मंजू देवी, गुड़िया देवीभाई बिनोद साह दीपक साह भी उसका पूरा सहयोग कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि रंजीत की मां काफी बीमार थी दवा का असर नहीं हो रहा था उन्होंने बाबा भोलेनाथ को पुकारा और उनकी पुकार सुन ली गई मां ठीक हो गई ठीक होने के पश्चात उन्होंने प्रण लिया की मां को कावर पर लेकर पैदल बाबा धाम जाएंगे और निकल पड़े।