बिहार के गंगाजल से देवघर में होता है शिव-पार्वती विवाह का विधान, महाशिवरात्रि पर अजगैबीनाथ मंदिर में खास तैयारी, जानिए इसकी महत्ता

बिहार के गंगाजल से देवघर में होता है शिव-पार्वती विवाह का विधान, महाशिवरात्रि पर अजगैबीनाथ मंदिर में खास तैयारी, जानिए इसकी महत्ता

भागलपुर. महाशिवरात्रि को लेकर देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में होने वाली विशेष पूजा और शिव-पार्वती विवाह में बिहार की अहम भूमिका हो है. भागलपुर के सुल्तानगंज का अजगैबीनाथ मंदिर इस बार भी महाशिवरात्रि पर दुल्हन की तरह सजधज कर तैयार हो गया है। अजगैबीनाथ मंदिर के महंत प्रेमानंद गिरी ने बताया कि महाशिवरात्रि को लेकर अजगैबीनाथ मंदिर में शिव बारात झांकी की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि के लिए अजगैबीनाथ मंदिर के उत्तरवाहनी गंगा का जल पूजा- पाठ के लिए मंदिर के पुरोहित जुगल बाबा द्वारा बैधनाथ धाम भेजा गया है। इसी गंगा जल से बैधनाथ धाम में बाबा भोलेनाथ व मईया पार्वती के विवाह में जल का उपयोग करते हुए विवाह कार्यक्रम होगा। 

उन्होंने कहा कि ऐसी परम्परा पुरातन कालीन युग से चली आ रही है. इसी को लेकर आज अजगैबीनाथ धाम से उत्तरवाहनी गंगा जल बैधनाथ धाम भेजा गया। साथ ही कहा कि महाशिवरात्रि के दिन शिव बारात झांकी मंदिर से निकाली जाएगी। झांकी में बैल गाड़ी,  भूत पिचास, शिव पार्वती, गणेश -कार्तिक सहित तरह तरह की प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र रहेगी. बेहतर प्रदर्शन करने वाली झांकी को अजगैबीनाथ मंदिर द्वारा पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया जाएगा। 

साथ ही महाशिवरात्रि को लेकर सैकड़ों कांवरिया अजगैबीनाथ मंदिर के उत्तरवाहनी गंगा में स्नान कर गंगा जल लेकर देवघर के लिए रवाना हुए. वे हर हर महादेव का जयघोष करते पैदल बैधनाथ धाम के लिए रवाना हो गए हैं। महाशिवरात्रि को लेकर सुल्तानगंज में खासी रौनक देखी जा रही है जिसमें बड़ी सख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं. 


Find Us on Facebook

Trending News