गोपालगंज- जिले मे एड्स के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। एड्स पीड़ितों की वृद्धि के कारण स्वास्थ्य विभाग भी परेशान है। वहीं जांच में तीन हजार से ज्यादा स्त्री पुरुष एसीआईवी से पॉजिटिवी पाए गए है। फिलहाल इन पीड़ित मरीजों का इलाज एआरटी सेंटर द्वारा किया जा रहा है, जिन्हें आवश्यक दवाईयां भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।
दरअसल, स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए तमाम प्रयासों के बाद भी लोग एड्स के प्रति जागरूक नहीं हो रहे हैं। जिसके कारण जिले में लगातार एड्स मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है। सदर अस्पताल के एआरटी सेंटर द्वारा कुल 16647 पुरुष और महिला की जब जांच की गई तो उसमें से 283लोग पॉजिटिव पाए गए। जबकि 11980 गर्भवती महिला की जांच की गई तो उसमें से 27 महिला पॉजिटिव पाई गई। वही थर्ड जेंडर की बाते करें तो 17 लोगो में से तीन लोग पॉजिटिव पाए गए।
कुल 3100 पॉजिटिव मरीजों की संख्या हो गई है। फिलहाल सभी का इलाज विभिन्न जगहों पर चल रहा है। बता दें कि एड्स एक लाइलाज बीमारी है। लेकिन दवाओं के नियमित सेवन, तनाव मुक्त, जीवनशैली अपना कर एड्स होने पर लंबी जिंदगी जी सकते हैं। सदर अस्पताल स्थित एआरटी सेंटर के आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में पिछले कुछ सालों से एड्स पीड़ितों की संख्या में इजाफा हुआ है।
इस संदर्भ में एआरटी सेंटर काउंसलर सह प्रभारी पूनम ने बताया कि पिछले साल के अपेक्षा इस साल एड्स पॉजिटिवो की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसका कारण यह है कि लोग जागरुक नहीं हो पा रहे हैं, उन्होंने बताया कि हालिया आंकड़े की अगर बात करें तो 16647 लोगों की जब जाए स्क्रीनिंग की गई तो उसमें 243 लोग पॉजिटिव पाए गए। इसके जागरूकता के लिए अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर एक प्रोग्राम लॉन्च किया गया है। यह प्रोग्राम चयनित गांव में किया जाएगा ।
एआरटी सेंटर काउंसलर सह प्रभारी पूनम ने बताया कि जागरूकता और शिक्षा ही इसका एकमात्र निदान है और यह दोनों चीज का कमी हमारे यहां है। लोग जागरुक नहीं होने के कारण और शिक्षित नहीं होने के कारण यह समझ नहीं पा रहे हैं, कि उन्हें कैसे रहना है, कैसे खुद को सुरक्षित रखना है। इसका कारण यह भी है कि लोग बाहर जाकर यौन संबंध बनाते हैं और सावधानी नहीं रख पाते हैं। जिसके कारण इस तरह की समस्याएं देखने को मिल रही है।
रिपोर्ट- मन्नान अहमद