MUNGER : जिले के जमालपुर काली पहाड़ी मंदिर में किसी और ने नहीं, बल्कि मंदिर का देखरेख करने वाला व्यक्ति ने ही भगवान की प्रतिमाओं को नशे की हालत में विखंडित कर दिया था. जिसे पुलिस ने 24 घंटे के अंदर जमालपुर काली पहाड़ी के नीचे स्थित साईं मंदिर से गिरफ्तार कर लिया. मंदिर प्रशासन से खफा चल रहा था देख रेख करने वाला व्यक्ति । जिसके आक्रोश में दिया घटना को अंजाम ।
दरअसल नयारामनगर थाना क्षेत्र के जमालपुर काली पहाड़ी के ऊपर स्थित मंदिर में 14 मार्च की रात में अज्ञात लोगों ने कुछ मुर्तियों को खंडित कर दिया था. इसको लेकर मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव राजेश रमण के बयान पर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया गया. इस घटना के बाद शहर में।कई तरह को बाते भी उठने लगी थी । और पुलिस के समक्ष इस घटना का उद्भेदन करने का दबाव भी था।
सदर एसडीपीओ ने बताया कि घटना के उद्भेदन को लेकर एसपी मुंगेर के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया. तकनीकी अनुसंधान में सफियासराय थाना क्षेत्र के गौरीपुर निवासी उमेश मंडल उर्फ भूतनाथ की संलिप्ता मिली. जिसे काली पहाड़ी के नीचे स्थित साईं मंदिर के पास से गिरफ्तार किया गया.
पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह कई वर्ष से मंदिर की देख-रेख कर रहा है. एक सप्ताह पूर्व मंदिर के सचिव ने उससे चाबी ले लिया. चढ़ावा में आने वाली राशि से ही उसका पेट भरता था. लेकिन वह भी बंद कर दिया गया. जिससे वह आक्रोशित हो गया कि वह 14 मार्च की रात नशे में धुत होकर कुल्हाड़ी से मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया.
उसने बताया कि उसे चमकी की बीमारी है. चमकी आने की स्थिति में उसे कोई सूध नहीं होती है. साथ ही बताया की पुलिस ने इस घटना का 24 घंटे से कम समय में ही उद्भेदन कर दिया।
रिपोर्ट - मो. इम्तियाज खान