गंगा का तेजी से बढ़ रहा है जलस्तर,लाल निशान को कर गया पार, अस्पतालों में घुसा पानी, त्राहिमाम कर रहे लोग

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BHAGALPUR: बिहार में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। भागलपुर में गंगा नदी उफान पर है। इससे नवगछिया में स्थिति गंभीर होती जा रही है। गंगा नदी खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है और गोपालपुर बिंद टोली बांध के ध्वस्त होने से नवगछिया अनुमंडल के कई गांव प्रभावित हो रहे हैं। पानी का फैलाव तेजी से बढ़ रहा है और गंगा का जलस्तर हर घंटे 2 सेंटीमीटर बढ़ रहा है। जिससे बाढ़ की स्थिति और भी गंभीर हो रही है। गोपालपुर के धरहरा क्षेत्र में पानी प्रवेश कर चुका है, और कई गाँव जलमग्न हो गए हैं। 

इसके अलावा, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र में भी पानी घुस गया है। जिससे स्वास्थ्यकर्मी घुटने भर पानी में काम करने को मजबूर हैं। यदि जलस्तर और बढ़ता है, तो अस्पताल को ऊंचे स्थान पर शिफ्ट करना पड़ सकता है। बढ़ते जलस्तर के साथ, स्थानीय लोगों की परेशानियाँ भी बढ़ रही हैं और स्थिति अत्यधिक चुनौतीपूर्ण हो रही है। पिछले 24 घंटे में कहलगांव में 14 सेमी और भागलपुर में सात सेमी जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। गंगा का जलस्तर भागलपुर में फिर से लाल निशान के करीब आ गया है। शनिवार को लाल निशान 33.68 मीटर से सिर्फ एक सेमी नीचे 33.67 मीटर पर जलस्तर आंका गया। केंद्रीय जल आयोग ने पूर्वानुमान किया है कि रविवार को भागलपुर में 11 सेमी और कहलगांव में 12 सेमी की वृद्धि होगी। इधर, गंगा का जलस्तर राघोपुर और इस्माईलपुर बिंदटोली में भी लाल निशान से काफी ऊपर पाया गया। राघोपुर में लाल निशान 32.80 मीटर के 1.08 मीटर ऊपर 33.88 मीटर पर और इस्माईलपुर बिंदटोली में लाल निशान 31.60 मीटर से 98 सेमी ऊपर 32.58 मीटर पर गंगा बह रही है। यहां भी अगले 24 घंटे में 15 सेमी की बढ़ोतरी की संभावना है।

बाढ़ को लेकर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र के कर्मचारी अमरेज राज का कहना है कि, "बाढ़ के कारण स्वास्थ्य केंद्र में पानी भर गया है, और हमें घुटने तक पानी में काम करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना अब बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है, लेकिन हम अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं कि लोगों को जरूरी इलाज मिल सके। अगर जलस्तर और बढ़ा, तो हमें जल्द ही अस्पताल को ऊंचे स्थान पर शिफ्ट करना पड़ सकता है।"

अस्पताल की एएनएम अनिता कुमारी का कहना है कि, "स्थिति बहुत गंभीर है। हमने अपने गाँवों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है, लेकिन स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति भी चिंताजनक है। हमें पानी में से होकर आने-जाने में बहुत मुश्किल हो रही है, लेकिन हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य है।"

अस्पताल की नर्स पूजा सिन्हा का कहना है कि, "हेल्थ सेंटर में पानी घुसने से हमारी सुविधाएं बहुत सीमित हो गई हैं। हम अभी भी यहाँ रहकर लोगों को सहायता देने की कोशिश कर रहे हैं। इस स्थिति में, हम सबको मिलकर एक-दूसरे की मदद करनी होगी, ताकि हम इस संकट का सामना कर सकें।"

पटना से अंजनी की रिपोर्ट