PATNA : एक लाइलाज बीमारी से जूझ रहे 11 माह के अयांश को नई जिंदगी देने के लिए पूरे बिहार के मदद मिल रही है। हालांकि इसके बाद मासूम बच्चे के इलाज के लिए पर्याप्त पैसों का इंतजाम अब तक नहीं हो सका है। जिसके बाद अब अपने बेटे की सलामती के लिए अयांश का पूरा परिवार मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचा है। परिवार को पूरी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री उनके बेटे के इलाज के लिए पूरी मदद देंगे।
इलाज पर 16 करोड़ का खर्च
पटना में रहनेवालें नेहा सिंह और आलोक सिंह के 11 माह के बेटा अयांश स्पाइल मस्कुलर डिस्ट्राफी नाम की बीमारी से जूझ रहा है। लाखों में से एक व्यक्ति में से किसी एक में यह बीमारी होती है। भारत में अब तक इसका कोई इलाज नहीं है। सिर्फ अमेरिका में ही इसका इलाज हो सकता है। इलाज के लिए एक इंजेक्शन का प्रयोग किया जाता है। जिसकी कीमत 16 करोड़ बताई गई है। अब मध्यमवर्गीय परिवार इतने पैसे की व्यवस्था नहीं कर पाया तो सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगाई। देखते ही देखते अयांश के लिए लोगों ने मदद के हाथ बढ़ाने शुरू कर दिए। यहां तक कि पाटलीपुत्र के सांसद रामकृपाल यादव ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है जिसमें मदद की मांग की है। उनका कहना है कि मदद के लिए प्रधानमंत्री से गुहार लगाई गई है।
सीएम ने कहा था सरकार के पास कोई योजना नहीं
बता दें बीते सप्ताह जनता दरबार के दौरान अयांश के इलाज को लेकर मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया था कि सरकार के पास ऐसी कोई योजना नहीं है, जिसके तहत बच्चे के इलाज के लिए कोई मदद की जा सके। हालांकि इसके बाद भी परिवार को उम्मीद है कि सरकार उनकी मदद करेगी और छोटे से अयांश लंबी जिंदगी जी सकेगा।