महात्मा फुले समता परिषद के कार्यकर्ताओं ने दया प्रकाश सिन्हा का किया पुतला दहन, पीएम मोदी से कार्रवाई की मांग की

पटना. महात्मा फुले समता परिषद के कार्यकर्ताओं ने पटना के इनकम टेक्स चौराहा पर दया प्रकाश सिन्हा का पुतला दहन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि भारत के निर्माता चक्रवर्ती सम्राट अशोक के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी को भारत की जनता कभी स्वीकार नहीं कर सकती है। नाटककार दया प्रकाश सिन्हा ने अपनी रचनाओं में और इस संदर्भ में दिए गए साक्षात्कार में उन महान शख्सियत के खिलाफ अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी की, यह बर्दास्तयोग्य नहीं हैं। दया प्रकाश सिन्हा का यह कृत्य देशद्रोह की श्रेणी में आता है। अफसोस की बात है कि उसी पुस्तक के लेखक को साहित्य अकादमी पुरस्कार और पद्मश्री का सम्मान दिया गया है।

महात्मा फूले समता परिषद की मांग

  • दया प्रकाश सिन्हा को भारत सरकार द्वारा दिए गए पद्मश्री और साहित्य अकादमी पुरस्कार सहित सभी पुरस्कार वापस लिए जाएं।
  • इस लेखक पर राष्ट्र के सम्मान के साथ खिलवाड़ करने के आरोप में देशद्रोह का मुकदमा किया जाए।
  • उनके द्वारा लिखित सम्राट अशोक से संबंधित पुस्तक पर प्रतिबंध लगाया जाए।

इस दौरान हिमांशु पटेल ने कहा कि आज के कार्यक्रम के माध्यम से भारत के महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री  से अपील करते हैं कि इस पर अविलंब कार्रवाई की जाए एवं केंद्र सरकार की तरफ से इस संदर्भ में तत्काल कार्रवाई नहीं किए जाने पर महात्मा फूले समता परिषद आगे भी इस सवाल पर अभियान चलाएगी।

इस मौके पर महात्मा फुले समता परिषद के साथी संतोष कुशवाहा, इं. रोशन राजा, धीरज कुशवाहा, रंजीत कुमार टप्पू, अभय पटेल, स्मिताकुशवाहा, रजनीश गाँधी, अशोक राम, मो. खुर्शीद, अभिषेक कुशवाहा, केतन कुमार, अभय वर्मा, मोहित कुशवाहा, भोला शर्मा, परमेन्द्र पटेल, चन्दन कुमार पटेल, मोहन यादव, पप्पू मेहता, अरविन्द कुमार वर्मा, सुभाष चंद्रवंशी, अजय कुमार गुड्डू, सुमन सिंह, पंकज सिंह, चन्दन कुशवाहा, प्रतीक कुशवाहा, सुरेन्द्र गोप, विनोद पप्पू, सुनील पटेल, मृतुन्जय कुमार, अवधेश कुशवाहा एवं अन्य साथी के उपस्थिति में संपन्न हुआ.