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पांच राज्यों के चुनाव में हो सकते हैं चौकाने वाले उलटफेर,लोकसभा के सेमीफाइनल में जानिए कौन दल पड़ रहा है किस दल पर भारी

पांच राज्यों के चुनाव में हो सकते हैं चौकाने वाले उलटफेर,लोकसभा के सेमीफाइनल में जानिए कौन दल पड़ रहा है किस दल पर भारी

PATNA : पांच राज्यों में चुनाव की रणभेरी बज चुकी है.पांच राज्यों में  नवंबर में होने होगा, जिसके परिणाम 3 दिसंबर को जारी होंगे. चुनाव से पहले ओपिनियन पोल ने इन चुनावों में बड़े उलटफेर की भविष्यवाणी की गई है. पांच राज्यों में से दो राज्यों में कांग्रेस की सरकार है तो एक में भाजपा की सरकार है. वहीं  तेलंगाना में बीआरएस सरकार है तो मिजोरम में एमएनएफ सरकार में है. ओपिनियन पोस में कांग्रेस को बड़ा फायदा होता दिख रहा है. कांग्रेस तीन राज्यों में सरकार बना सकती है तो भाजपा के पास एक ही राज्य में सरकार बनता दिख रहा है.

राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है. सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के साथ अंदरुनी कलह के बाद भी पांच साल की सरकार चलाई. सी वोटर के सर्वे के अनुसार राजस्थान में कांग्रेस सत्ता से बाहर हो सकती है. 200 सीटों वाले राजस्थान में कांग्रेस 59-69 सीटों पर सिमट सकती है जबकि भाजपा को 127 से 137 सीटें मिलती दिख रही हैं.

 तेलंगाना में बीआरएस की सरकार है यहां कांग्रेस पहली बार सरकार बनाती दिख रही है.सर्वे के अनुसार तेलंगाना की 119 सीटों में से बीआरएस को 43 से 55 सीटें मिल सकती हैं तो  कांग्रेस के खाते में 48 से 60 सीटें आने का अनुमान है वहीं  भाजपा 5 से 11 सीटें झटक सकती है. 

90 सीटों वाले छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस आगे चल रही है. भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार कांग्रस की है वहीं अगला चुनाव भी कांग्रेस के ही खाते में जाता दिख रहा है. सी वोटर के सर्वे के अनुसार कांग्रेस को छत्तीसगढ़ में 45 से 51 सीटें मिल सकती है. जबकि भाजपा को 39 से 45 सीटों पर सिमटती दिख रही है.

मिजोरम में एमएनएफ की सरकार है. सी वोटर के सर्वे के अनुसार  40 सीटों की मिजोरम विधानसभा में एमएनएफ को 13 से 17 सीटें मिलती दिख रही हैं, मिजोरम पीपुल्स मूवमेंट को 9 से 13 सीटें मिल सकती हैं. कांग्रेस को 10 से 14 सीटें मिलती दिख रही हैं.

मध्यप्रदेश में भाजपा लगातार सत्ता में है. इसबार कांग्रेस से उसे कड़ी टक्कर मिल रही है. 230 सीटों वाले मध्य प्रदेश में सी वोटर के सर्वे के अनुसार मध्यप्रदेश में भाजपा को 104 से 116 सीटें मिल सकती हैं तो कांग्रेस को 113 से 125 सीटें मिलती दिख रही हैं.

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का भी बहुत कुछ दांव पर है. कांग्रेस जातिगत जनगणना की पैरवी करके सामाजिक न्याय के मुद्दे पर जोर दे रही है. विपक्षी गठबंधन का मानना है कि यह मुद्दा उनके लिए मददगार हो सकता है. उनका प्रयास है कि जातिगत जनगणना के मुददे के जरिये लोकसभा चुनाव में वे भाजपा के हिंदुत्व के एजेंडे की काट कर सकेंगी.

भाजपा का प्रयास होगा कि लोकसभा चुनाव से पहले वह न सिर्फ मध्य प्रदेश में सत्ता बरकरार रखे, बल्कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी सत्ता में वापसी करे.उसने स्पष्ट संकेत दिया कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे को ही आगे करके इन चुनावों में उतरेगी और मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं करेगी. निर्वाचन आयोग ने सोमवार को पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया. इसी के साथ चुनाव में महारथी अपने अपने तीर को लेकर निकल चुके हैं अपने अपने प्रतिद्दंद्दी को परास्त करने के लिए.

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