सीतामढ़ी -लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है गहमागहमी बढ़ती हीं जा रही है.वहीं सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन कि नेताओं में लगातार तकरार देखने को मिल रहा है. वहीं इंडी गठबंधन में सीतामढ़ी लोक सभा सीट को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. इस बार जेडीयू और राजद के नेताओं ने मिलकर संभावित जदयू प्रत्याशी देवेश चंद्र ठाकुर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बताया जा रहा है कि अगर जल्दी की इस विवाद का निबटारा नहीं किया गया तो महागठबंधन के भीतर इसको लेकर खींचतान आगे बढ़ सकती है. दरअसल, विधानपरिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर की सीतामढ़ी सीट से दावेदारी के बाद विरोधी गुट सक्रिय हो गया है.
सीतामढ़ी लोकसभा सीट को लेकर लगातार एक महागठबंधन के नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं. वहीं जदयू में भी घमासान मचा हुआ है. सीतामढ़ी शहर स्थित आवासीय कार्यालय में जदयू के प्रदेश महासचिव राणा रणधीर सिंह चौहान ने प्रेस वार्ता कर विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को लीगल नोटिस तक भेजे जाने की बात कह दी. उन्होंने बताया कि सीतामढ़ी की और शिवहर की जनता के सामने उन्हें हत्यारा साबित करें अन्यथा वे विधान परिषद सभापति को लीगल नोटिस तक भेजेंगे
जदयू के प्रदेश महासचिव राणा रणधीर सिंह चौहान ने कहा कि विधान परिषद के सभापति को अपने बड़े भाई के तौर पर देखते हैं , चौहान ने उन्बाहें बाहरी कहने वाले बयान को लेकर पलटवार करते हुे कहा कि मुंबई में रहकर क्या-क्या करते है यह सब जानते है. रही बात हमारी तो 25 वर्षों से कोसी छोड़ने के बाद लगातार सीतामढ़ी और शिवहर की जनता के बीच रहकर यहां के जनता की दुख सुख के साथी बने हुए हैं. सभापति पैसे और राजनीति के लिए किस हद तक चले जाएंगे यह किसी से छुपा नहीं है. प्रदेश महासचिव ने कहा कि खुद को व्यापारी बताने वाले विधान परिषद सभापति मुंबई में ठाकुर शिपिंग के कैसे हकदार बने यह सब जानते हैं सभी जमीन जायदाद को बेचकर इमारत खड़ा कर आज को खुद का ईमानदार कहने वाले सबसे पहले गरीबों के लिए आवंटित खास महाल की जमीन को दखल कर बनाए गए आलीशान महल को खाली करें.
जदयू के प्रदेश महासचिव राणा रणधीर सिंह चौहान ने सभापति को चैलेंज करते हुए कहा कि आज तक पांच चुनाव लड़ा गया है जितना चुनाव में उनकी पत्नी सुनीता सिंह चौहान को एक मत प्राप्त हुआ है उनके चार चुनाव में भी उतना मत प्राप्त नहीं हुआ होगा.
बता दें कि सीतामढ़ी लोकसभा सीट से महागठबंधन ने अपना उम्मीदवार लगभग तय कर लिया है. बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने दावा किया था कि उनको राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनाव की तैयारी करने के लिए कहा है. देवेश ठाकुर ने यह भी कहा कि अगर किसी को इस बात से दिक्कत है तो वो शीर्ष नेतृत्व से पुष्टि कर सकता है. लेकिन, इसके बाद से ही सीतामढ़ी के स्थानीय नेताओं की ओर से विरोध भी किया जा रहा है.ि जब से बिहार विधान सभा के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर का नाम सीतामढ़ी उम्मीदवार के तौर पर सामने आया है तब से जिले के जदयू में भी विरोध के स्वर सामने आ रहे हैं. एक तरफ जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान दूसरी ओर पूर्व सांसद अर्जुन राय का खेमा खुलकर विरोध करना शुरू कर दिया है. वहीं देवेश चंद्र ठाकुर ने ऐलान किया है कि सीतामढ़ी से अगर मेरे अतिरिक्त महागठबंधन का कोई प्रत्याशी जीत गया तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा.