SUPAUL : जिले में चार युवकों की मौत के विरोध में जबरदस्त बवाल हुआ है। जिले के बीरपुर में ग्रामीण और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई है। ग्रामीणों ने थाना पर भी पथराव किया है। मिली जानकारी के मुताबिक मौत के विरोध में लोग सड़क को जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर रहे थे।
इसी बीच पुलिस और मौजूद ग्रामीणों के बीच झड़प शुरू हो गई। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस के लाठीचार्ज से अपने बेटे की मौत के इंसाफ मांग रही महिलाओं के सिर फूट गए हैं। इसके बाद से इलाके में आक्रोश बढ़ गया है। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल वहां मौजूद था। सूचना पाकर सुपौल डीएम कौशल कुमार एवं एसपी डी अमरकेश ने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मोर्चा संभाल ली। उन्होंने लोगों को समझा-बुझाकर जाम को हटाया।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा यह घटना हत्या नहीं है यह घटना रोड एक्सीडेंट की घटना है। कुछ लोगों के द्वारा परिजन सहित आम लोगों को भड़का कर इस तरह के घटना को अंजाम दिया गया है। उनको चिन्हित कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है। इसमें जो भी दोषी होंगे। उनके ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि जो लोग कानून को हाथ में लेकर इस तरह की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच की कर रही है। इधर सुपौल के पूर्व विधानसभा कांग्रेस प्रत्याशी मिन्नत रहमानी की बयान खुलकर सामने आया है।
उन्होंने इस घटना को काफी निंदनीय बताया है। उन्होंने महिलाओं पर की गई पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज को लेकर पुलिस पर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने सुपौल एसपी से मौके पर बात कर घायल महिलाओं की समुचित इलाज कराने की बात कही है। सुपौल एसपी से यह भी कहा कि अगर आप सक्षम नहीं है इलाज कराने को लेकर उसकी इलाज अच्छे अस्पताल में मेरे द्वारा कराया जाएगा। वही मिन्नत रहमानी ने बताया कि मुझसे पुलिस अधीक्षक से बात हुई है। घायल जो भी महिला है उसकी इलाज प्रशासन कराएगी। वही मिन्नत रहमानी ने वीरपुर के तमाम आम जनता से अपील की है कि धैर्य बनाकर रहे पुलिस घटना की निष्पक्ष जांच करेंगे। जो इसमें दोषी होंगे। उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
सुपौल से पप्पू आलम की रिपोर्ट