NALANDA : इस भीषण गर्मी में आसमान से जहां एक ओर आग बरस रहा है। ऐसे में पानी ही एकमात्र सहारा है। नालंदा नगर पंचायत के वार्ड संख्या दो मेहुदीनगर गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा है। नल-जल योजना से सभी घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। जलस्तर गिरने से गांव के सभी चापाकल बेकार हो गये हैं। आक्रोशित ग्रामीणों ने जल्द से जल्द पेयजल की व्यवस्था करने की मांग की है।
इस महादलित टोला में करीब 500 घर है। नल-जल के लिए एक बोरिंग है। इससे कुछ घरों तक ही पानी पहुंच रहा है। लोग बूंद-बूंद पानी के लिए परेशान है। अधिकतर लोगों को दूसरे गांव से पानी लाना पड़ता है। ग्रामीण जल संकट दूर करने के लिए अधिकारियों का दरवाजा खटखटा चुके हैं। इसके बाद भी समस्या का निदान नहीं हुआ।
पार्षद चंचला देवी ने कहा की इस गांव में पेयजल की समस्या पुरानी है। बोर्ड में भी इस समस्या को उठाया गया था। कार्यपालक पदाधिकारी के आने-जाने का कोई निश्चित समय नहीं है। मुख्य पार्षद आलोधनी देवी ने कार्यपालक पदाधिकारी पर नगर क्षेत्र के विकास में कोताही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे नपं के अतिरिक्त प्रभार में हैं। इनके पदभार ग्रहण करने के बाद से कार्य पूर्ण रूप से बाधित हो गया है। आम लोगों की बुनियादी सुविधाओं का ख्याल नहीं रखा जा रहा है।
उन्होंने कहा की पेयजल की समस्या नगर पंचायत के सभी क्षेत्रों में है। इससे लोगों में काफी आक्रोश है। योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं होने से जनप्रतिनिधियों पर से विश्वास उठ रहा है। इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी से मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किये। उन्होंने फोन नहीं उठाया।
नालंदा से राज की रिपोर्ट