BETTIAH : बेतिया के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के मंगुराहा में एक बाघ की मौत हो गई है। मारे गए बाघ की गर्दन, कंधे और पीठ में लड़ाई के घातक निशान मिले हैं। बाघ की मौत के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि वर्चस्व को लेकर आपसी संघर्ष में बाघ की मौत हुई है।
सूचना के बाद वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वन संरक्षक डॉ नेशमणि के और डीएफओ प्रद्युम्न गौरव के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम मौके पर कैंप कर रही है और घटना के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है। फिलहाल घटना के बाद जंगल में ही बाघ के पोस्टमार्टम की कार्रवाई चल रही है। बताया जाता है कि क्षेत्र को लेकर दो बाघों के बीच भिड़ंत हुई जिसमें एक बाघ की मौत हुई है।
दरअसल वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में सोमवार को वन विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि मंगुराहा वन क्षेत्र के S-55 में एक बाघ का शव पड़ा हुआ है। सूचना पर विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन क्षेत्र के अगल-बगल गांवों में इस बात की आशंका जाहिर की गई कि दो बाघों के बीच वर्चस्व की लड़ाई में खूनी संघर्ष में ये मौत हुई है। माना जा रहा है हिंसक लड़ाई में दूसरे बाघ को भी गंभीर चोटें आई होंगी। रेंज का वन अमला बाघ की ट्रैकिंग में लगा हुआ है। वन विभाग की टीम लड़ाई में शामिल दूसरे बाघ की सर्चिंग में जुटी हुई है।
बेतिया से आशीष की रिपोर्ट