News4Nation: कहा जाता है कि मरीजो के लिये डॉक्टर भगवान का रूप होता है. लेकिन कभी कभी डॉक्टर की लापरवाही से ऐसी चूक हो जाती है कि मरीज की जान पर बन आती है. ऐसा ही एक मामला जहानाबाद के एक निजी नर्सिंग होम में देखने को मिला है. जहां एक महिला को पेट मे दर्द की शिकायत के बाद भर्ती करवाया गया था. जांच के दौरान पता चला कि पेट में कुछ ऑब्जेक्ट है.इसके बाद ऑपरेशन के दौरान पेट से तौलिया निकाला गया.
बता दें कि दरसअल बीते दो माह पूर्व पटना जिला के पालीगंज थाना के दहिया गाँव की रहने वाली महिला रिंकी देवी का पटना के माउन्ट हाइ टेक एमरजेंसी अस्पताल रामनगरी में प्रसव दर्द के बाद भर्ती कराया गया था. जहां उस महिला ने सिजेरियन से एक नवजात को जन्म दिया. पीड़ित महिला के पति ने बताया कि अस्पताल के द्वारा ऑपरेशन के लिये मोटी रकम भी वसूली की गई । ऑपरेशन के पंद्रह दिनों तक तो सबकुछ ठीक-ठाक रहा, लेकिन महिला को फिर से पेट मे दर्द के साथ साथ ऑपरेशन वाली जगह से पस चलने की शिकायत होने लगी.
परिजनों ने फिर महिला को उसी अस्पताल में में जाकर डॉक्टर से दिखया तो डॉक्टर ने जांच कर दोबरा ऑपरेशन करने को कहा और फिर से मोटी रकम की मांग की. परिजनों ने इनकार करते हुए मरीज को जहानाबाद के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया. जहां डाक्टरों उस महिला का चेकअप कर उस महिला का ऑपरेशन किया तो महिला के पेट से ऑपरेशन में इस्तेमाल किये जाने वाला डेढ़ फीट का तौलिया निकाला गया. वहीं इसको लेकर परिजनों का कहना है कि उस डॉक्टर की लापरवाही के कारण उसके परिजन की जान जाने से बच गई वहीं इस संबंध में सिजेरियन कर तौलिया निकालने वाले डॉक्टर राकेश ने बताया कि इस घटना को एक बड़ी लापरवाही कही जायेगी. मरीज डॉक्टरों पर पूरे भरोसे के साथ अपना इलाज कराने आते है लेकिन ऐसे डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज को अपनी जान तक गवानी पड़ती है.
जहानाबाद से गौरव की रिपोर्ट