DARBHANGA : बिहार के दरभंगा जिला में बीती रात एक दर्दनाक हादसा देखने को मिला है। जहां घर में आग लगने से पिता-पुत्र की मौत हो गई है। हांलाकि स्थानीय लोगो ने आग पर काबू पाने के भरपूर प्रयास किया। लेकिन झोपड़ी होने की वजह से आग की लपट पर काबू नही पाया जा सका और पूरा घर जल कर खाक हो गया है। जिस वक्त घर मे आग लगी, उस वक्त घर में पांच लोग मौजूद थे। जिसमें से तीन लोग किसी तरह अपनी जान बचाकर बाहर निकल गए। लेकिन दो लोगों निकलने में सफल नही हो सके और उनकी आग में झुलसने से मौत हो गई।
वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद बहादुरपुर के अंचलाधिकारी, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी मौके पर पहुंचकर हर संभव मदद का भरोसा दिया। वही मंत्री मदन सहनी और अंचलाधिकारी के द्वारा मृतक मो सब्बीर की पत्नी अंगूरी प्रवीण को चार-चार लाख रुपए का चेक प्रदान किया गया। तथा सरकार के द्वारा चलाई जाने वाली योजना का लाभ देने का भरोसा दिया गया। वही पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए मामले की जांच में जुट गई है। वही हादसे के बाद परिवार वाले का रो रोकर बुरा हाल है।
दरअसल, बहादुरपुर थाना क्षेत्र के भैरोपट्टी गांव में मंगलवार की देर रात मो सब्बीर अपने परिवार के साथ सो रहे थे कि अचानक उनकी झोपड़ी से आग की तेज लपटे उठने लगी। आग की लपटें देख पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। घर के बाहर हल्ला सुनकर परिवार के तीन सदस्य मो सब्बीर की पत्नी, उनका एक लड़का और एक लड़की की आंखे खुल गई और वो तीनो किसी प्रकार घर से बाहर निकलकर अपनी जान बचा ली। लेकिन घर के अंदर सो रहे 45 वर्षीय मो सब्बीर तथा उसके 13 वर्षीय पुत्र आमिर घर से बाहर नही निकल सके। जिससे उनकी मौत घर के अंदर ही हो गई। वही जब आग की लपटें शांत हुई तो लोगो ने खाक हो चुकी घर के अंदर पिता-पुत्र का शव देखा।
वहीं, दिलावरपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि इंद्रजीत यादव ने कहा कि पिता और पुत्र एक साथ घर में जलकर मर जाना यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। घटना की सूचना मिलने के बाद हमने मंत्री मदन सहनी से बात किया। तो उन्होंने कहा कि मैं भी आ रहा हूं। मंत्री मदन सहनी ने शोकाकुल परिवार से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया है। वहीं उन्होंने बताया कि बहादुरपुर अंचलाधिकारी के द्वारा पीड़ित परिवार को चार-चार लाख रुपए का चेक प्रदान किया गया है। इसके अलावा ग्राम पंचायत की ओर से कबीर अंत्येष्टि का लाभ मुहैया करा दिया गया है। साथ ही हम लोग हर संभव मदद करने को तैयार हैं।
घटना के संबंध में बहादुरपुर थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि जिस झोपड़ी में अगलगी घटना घटी है। उस झोपडी के बाहर में जलावन के लिए चुनकर लाई हुई सुखी लकड़ियां रखी हुई थी। जिसके कारण समय पर आग पर काबू नहीं पाया जा सका। वहीं उन्होंने बताया कि आशंका जाहिर करते हुए कहा कि परिवार के सदस्य घर मे मच्छर भगाने वाले अगरबत्ती जलाकर सोए हुए थे। शायद उसकी चिंगारी की वजह से किसी चीज में आग पकड़ ली और धीरे-धीरे आग की लपटे इतनी तेज हो गई कि घर में सोए पांच लोगों में से तीन लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचा ली। लेकिन दो लोगो की आग में झुलस कर मौके पर ही मौत हो गई। वही उन्होंने कहा कि आग लगने का मामला दर्ज कर कारवाई की जा रही है।