पटनाः बिहार विधान परिषद में आज सड़क सुरक्षा का सवाल उठा। सत्ता पक्ष और विपक्ष ने परिवहन विभाग से जुड़ा सवाल उठाया। राजद के रामचंद्र पूर्वे ने विधान परिषद में बिहार में बेतहाशा सड़क दुर्घटना में कमी लाने को लेकर क्या कोशिश की जा रही इस पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि गाड़ियों का फिटनेस बहुत जरूरी है। लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। गाड़ियों के फिटनेस के साथ-साथ चालक को प्रशिक्षण देना अनिवार्य है। सरकार इस पर क्या कर रही है?
फिटनेस पर नहीं दे सकीं जवाब
परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने सदन में बताया कि बिहार में सड़क दुर्घटना में 7.1 फीसदी की कमी आई है। सरकार चालकों के प्रशिक्षण को लेकर प्रशिक्षण केंद्र खोलने की तैयारी कर रही है। सड़क सुरक्षा मद से पुलिस मुख्यालय को 23.72 करोड़ की राशि दी गई है। इस राशि से स्पीड गन समेत सामानों की खरीद होगी। गाड़ियों के फिटनेस के लिए सरकार की क्या व्यवस्था है ? राजद एमएलसी रामचंद्र पूर्वे के पूरक का जवाब मंत्री शीला कुमारी नहीं दे सकीं।
बीजेपी एमएलसी ने परिवहन मंत्री के दावे की निकाली हवा
इस पर बीजेपी के नवल किशोर यादव ने चैलेंज दिया और कहा कि मंत्री जो बात सदन में बता रहीं कि दुर्घटना में कमी आई है तो यह परिवहन विभाग की वजह से नहीं बल्कि कोरोना की वजह से हुई है। 10 महीनों तक लोग सड़क पर निकले ही नहीं. सड़क पर कफ्यू की स्थित थी लोग मरेंगे कहां से? सड़क दुर्घटना कम करने में परिवहन विभाग की कोई भूमिका नहीं। परिवहन मंत्री एनएच किनारे काफी समय से खड़े ट्रकों को हटवायें,इस वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुर्घटना होती है।