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पालीगंज अनुमंडलाधिकारी के संरक्षण में होता है अवैध पशु मेला का खेल, निजी जमीन पर 144 लगने के बाद भी जारी है पशु मेला

पालीगंज अनुमंडलाधिकारी के संरक्षण में होता है अवैध पशु मेला का खेल, निजी जमीन पर 144 लगने के बाद भी जारी है पशु मेला

पटना. जब रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे तब निमुहें पशुओं की जान कैसे बचेगी. लेकिन बिहार की राजधानी पटना में कुछ ऐसा ही हो रहा है. यह कहना है पालीगंज के विधायक संदीप सौरभ का. उन्होंने आरोप लगाया है कि पटना के पालीगंज अनुमंडल के दुल्हिन बाजार के ऐनखां गाँव में पालीगंज के अनुमंडलाधिकारी के संरक्षण में अवैध पशु मेला लगाया जा रहा है. 

सीपीआई (एमएल) के विधायक संदीप ने इसकी शिकायत पटना जिलाधिकारी से की है. जिलाधाकरी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि जिले के दुल्हिन बाजार प्रखंड स्थित ऐनखां गाँव में अवैध पशु मेला लगाया जा रहा है. धारा 144 लागू होने के बाद भी गाँव की निजी जमीन पर बिना किसी अनुमति के पशु मेला लगाया जा रहा है. विधायक का कहना है कि इस संबंध में स्थानीय लोगों से शिकायत मिलने के बाद उन्होंने प्रखंड के अंचलाधिकारी को तत्काल संज्ञान लेने को कहा था. लेकिन अवैध पशु मेला लगातार चल रहा है. 

विधायक का आरोप है कि पालीगंज के अनुमंडलाधिकारी के संरक्षण में उक्त मेला मालिक को बढ़ावा मिला हुआ है. उन्होंने जिलाधिकारी से इस अवैध पशु मेले पर तत्काल रोक लगाने और संबंधित पदाधिकारी पर कार्रवाई करने की मांग की है. पालीगंज के अनुमंडलाधिकारी पर लगे इस गंभीर आरोप को लेकर जब उनकी प्रतिक्रिया के लिए फोन और मैसेज किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. ना ही उन्होंने मैसेज का रिप्लाई किया. 


दरअसल, ऐनखां गाँव में अवैध पशु मेला लगाने और यहाँ से पशु तस्करी करने का आरोप पहले भी लग चुका है. पशु मेले को पशु तस्करी का अड्डा बताते हुए स्थानीय लोगों ने पूर्व में भी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. अप्रैल 2019 में भी इस पशु मेले और यहाँ पशुओं के साथ बरती जाने वाली क्रूरता के खिलाफ दुल्हिन बाजार थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी. इसके पूर्व 2018 में भी इसी प्रकार की शिकायत हुई थी. 2019 में बिहटा थाने की पुलिस ने 30 मवेशियों को पशु तस्करों से जब्त किया था. 

कोरोना के दौर में भी  ऐनखां पशु मेला पर कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करने का आरोप लगा था. इस मेला के संचालक के रूप में नागेन्द्र सरदार का नाम आता है. मेले को लेकर हमेशा शिकायत मिलती है कि यहाँ बड़ी संख्या में पशु तस्कर आते हैं और मवेशियों को न सिर्फ भारत के विभिन्न इलाकों में तस्करी करते हैं बल्कि पड़ोसी देश बांग्लादेश तक इसके तार जुड़े हैं. अब विधायक संदीप सौरभ ने इस मेले के मुख्य संरक्षणकर्ता के रूप में पालीगंज के अनुमंडलाधिकारी पर सीधे सीधे आरोप लगाया है. 

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