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जदयू छोड़ सकते हैं उपेंद्र कुशवाहा, अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में दिया संकेत,बताया क्या है आगे का प्लान

जदयू छोड़ सकते हैं उपेंद्र कुशवाहा, अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में दिया संकेत,बताया क्या है आगे का प्लान

DEHLI : बिहार की राजनीति में सभी को आनेवाले 20 फरवरी का इंतजार है। इस दिन जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने एक बड़ी बैठक बुलाई है। जिसमें बताया जा रहा है तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के घोषणा से असंतुष्ट नेता भी खुलकर सामने आ सकते है। वहीं जदयू नेतृत्व भी इस पर नजर लगाए हुए है कि कुशवाहा की बैठक में कौन कौन लोग शामिल हो रहे हैं। ताकि सभी को एक साथ पार्टी से बाहर निकाला जा सके। 

इन सबके बीच एक अंग्रेजी अखबार में उपेंद्र कुशवाहा का एक इंटरव्यू भी सामने आया है। जिसके अनुसार अगर जदयू से उन्हें निकाला जाता है तो उसके आगे का प्लान क्या है, इसको लेकर भी स्थिति काफी हद तक साफ कर दिया है। अब तक कुशवाहा यह कहते रहे हैं कि वह जदयू को छोड़कर कहीं नहीं जानेवाले हैं। लेकिन इंटरव्यू में उन्होंने साफ कर दिया है कि वह जदयू छोड़ते हैं, वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे। बल्कि एक बार फिर से अपनी पुरानी पार्टी की तरफ जाना पसंद करेंगे। कुशवाहा ने बताया है कि हमारी पुरानी पार्टी RLSP के पास कुछ प्लान होगा तब उस पर कुछ विचार किया जा सकता है

राजद-जदयू की डील पर की बात

उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि उनकी मुख्य चिंता राज्य के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े लोगों के भविष्य को लेकर है. तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट करना शुरू कर दिया। यहां तक कि राजद के नेताओं ने भी दावा किया है कि जद (यू) के साथ एक सौदा हुआ था और समझौते के अनुसार, नीतीशजी को तेजस्वी के लिए रास्ता बनाना था। मुझे इस पर कड़ी आपत्ति है। यहां तक कि हाल के उपचुनावों में भी इन बगावतों ने साबित कर दिया है कि हमारा कोर वोट बैंक कमजोर हो गया है और समर्थकों ने इस मुद्दे पर हमारा साथ छोड़ दिया है. मैंने हमेशा पार्टी को मजबूत करने के लिए आवाज उठाई है और आगे भी उठाता रहूंगा।

मुख्यमंत्री बनने की बात बोले

अगर कोई व्यक्ति प्रधानमंत्री बनने की इच्छा रख सकता है तो मैं बिहार का मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकता? मुझे नहीं लगता कोई समस्या होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा में शामिल होने के बजाय मौत को स्वीकार करूंगा। मैं वर्तमान में जद (यू) का सदस्य हूं। भविष्य में, अगर मेरी पार्टी [राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, जिसका 2021 में जद (यू) में विलय हो गया था] के पास ऐसी कोई योजना है, तो मैं सोचूंगा।

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