एनडीए की बैठक से पहले बवाल ! चिराग पासवान ने शामिल होने के लिए रख दी बड़ी शर्त, टेंशन में बीजेपी

PATNA: बिहार की सियासत इन दिनों काफी गरम है। इसी बीच दिल्ली में 18 जुलाई को बैठक होने वाली है। इस बैठक में शामिल होने के लिए एनडीए की ओर से चिराग पासवान को भी न्योता दिया गया है। वहीं चिराग इन बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना तो हो गए हैं। लेकिन उनकी शर्त ने कहीं ना कहीं बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है। दरअसल, चिराग ने एनडीय में शामिल होने के लिए 6,1 का फर्मुला लगाया है।
दरअसल, चिराग एक दिन पहले ही दिल्ली से पटना आए थे और दिन भर उन्होंने अपने दल के कई नेताओं से बात की थी। जिसके बाद में रविवार को भी दिल्ली जाने के पहले उन्होंने पार्टी के नेताओं से कई दौर की बात की। इसमें चिराग को पार्टी नेताओं ने अधिकृत किया है कि वे जो भी निर्णय लेंगे उस पर वे उनके साथ हैं।
वहीं भाजपा और एनडीए के साथ जाने के पहले चिराग और उनके दल के नेताओं का मानना है कि भाजपा पहले उनके शर्त को मानें। बता दें कि चिराग ने लोकसभा की 6 सीट और राज्यसभा की एक सीट की मांग एनडीए गठबंधन में शामिल होने के लिए रखी है। साथ ही हाजीपुर सीट पर भी चिराग का दावा है। इन तमाम मुद्दों पर अब भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से बात कर चिराग डील फाइनल करेंगे।
गौरतलब हो कि, चिराग पासवान को बिहार में भाजपा एक बड़े तुरुप के पत्ते के रूप में देख रही है। इसके पीछे की मुख्य वजह चिराग के साथ जुड़ा हुआ वोट बैंक है। चिराग के पिता रामविलास पासवान ने कई दशकों में अपनी एक विशेष पहचान पासवान बिरदारी में बनाई। उनके नक्शेकदम चलकर अब चिराग भी खुद को पासवान बिरदारी का बड़ा नेता साबित कर चुके हैं। बिहार में करीब 6 फीसदी पासवान वोट है। ऐसे में भाजपा की कोशिश है कि वह चिराग के बहाने इस 6 फीसदी वोटों को एनडीए के खाते में लाने में सफल हो। चिराग भी अपनी इस मजबूत स्थिति को समझते हैं। माना जा रहा है कि इसी कारण एनडीए में शामिल होने के पहले चिराग अब भाजपा से सारे मुद्दों पर फाइनल डील करने के लिए दिल्ली गए हैं।