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अमरीकी राजदूत के सीक्रेट पीओके दौरे भारत में यूएस एंबेसडर ने दी सफाई, भारत ने अपनी आपत्तियों से अमेरिका को कराया अवगत

अमरीकी राजदूत के सीक्रेट पीओके दौरे भारत में यूएस एंबेसडर ने दी सफाई, भारत ने अपनी आपत्तियों से अमेरिका को कराया अवगत

डेस्क-पाकिस्तान में अमरीका के राजूदत डोनाल्ड ब्लोम के पीओके दौरे ने तूल पकड़ लिया है.अमरीका के राजूदत डोनाल्ड ब्लोम पिछले हफ्ते गुपचुप तरीके से पीओके के गिलगित बाल्टिस्तान गए थे. छह दिवसीय यात्रा के दौरान, अमरीकी राजदूत ने विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया और स्थानीय प्रतिनिधियों और गिलगित बाल्टिस्तान सरकार के अधिकारियों से मुलाकात की. इसका खुलासा तब हुआ, जब गिलगित-बाल्टिस्तान में विपक्षी नेता काजिम मेसुम ने पाकिस्तान में अमरीकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम की छह दिवसीय यात्रा पर सवाल उठाया. विपक्षी नेता ने अमरीकी दूत की ‘रहस्यमय गतिविधियों’ पर चिंता व्यक्त की थी.

 अब इस पूरे मसले पर भारत में अमरीका के राजदूत को तीखे सवालों का सामना करना पड़ रहा है. मामले पर  बवाल मचने के बाद भारत में अमरीका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने प्रतिक्रिया दी है. भारत में अमरीका के राजदूत गार्सेटी ने कहा है कि हमारे प्रतिनिधिमंडल ने भी जी-20 बैठकों के दौरान कश्मीर का दौरा किया था.

ब्लोम का पीओके का दौरा बिलकुल अलग था. यह दो देशों का मसला है, जिसे द्विपक्षीय तरीके से ही सुलझाया जाना चाहिए. इंडो अमरीकन चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में मीडिया से बातचीत में राजदूत गार्सेटी से ब्लोम के गिलगित बाल्टिस्तान के गुपचुप दौरे के बारे में सवाल पूछा गया था. इसके बारे में जवाब देते हुए गार्सेटी ने कहा कि फिलहाल यहां इस मसले पर बात करना ठीक नहीं होगा. अमरीकी राजदूत वहां पहले भी गए हैं. जी-20 बैठकों के दौरान हमारा प्रतिनिधिमंडल भी कश्मीर गया था. 

पाकिस्तान में अमरीका के राजदूत ब्लोम की गिलगित-बाल्टिस्तान के दौरे से जुड़े सवाल पर कश्मीर पर अमरीका के रुख को दोहराते हुए राजदूत गार्सेटी ने कहा कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दा है और इसे द्विपक्षीय तरीके से ही सुलझाया जाना चाहिए.  इसे भारत और पाकिस्तान के बीच ही सुलझाया जाना चाहिए और अमरीका सहित किसी तीसरे पक्ष को इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. बता दें भारत पीओके को भरात का अभिन्न अंग मानता है.


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