PATNA : आज बिहार विधान परिषद् के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह के द्वारा "कोरोना वॉरियर्स", एम्स, पटना के चिकित्सकों को परिषद् स्थित सभागार में सम्मानित किया गया तथा सम्मान स्वरूप बिहार विधान परिषद् का प्रतीक चिन्ह एवं शॉल भेंट किया गया। कार्यक्रम के दौरान सभापति ने कहा कि जिस भावना के साथ एम्स, पटना, बिहार का निर्माण हुआ, वह इस कोरोना की अवधि में सार्थक नजर आया है। हमें डॉक्टरों पर काफी विश्वास है और आशा करते हैं कि बिहार के लोगों का हमेशा विश्वास जमा रहेगा कि एम्स, पटना में अच्छे डाॅक्टर हैं, अच्छा इलाज है और सबसे बड़ी बात है कि डॉक्टरों का अच्छा व्यवहार है। सभापति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 100 करोड़ कोविड-19 वैक्सिन डोज की उपलब्धि पर बधाई दी। साथ ही सभापति ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार में 6 करोड़ कोविड-19 वैक्सिन डोज का लक्ष्य समय से पूर्व तय करने पर भी बधाई दी।
एम्स, पटना के नोडल ऑफिसर कोविड-19 डॉ. संजीव कुमार ने सभापति को बधाई देते हुए कहा कि मानव स्वभाव होता है कि जब समय निकल जाता है तो कोई याद नहीं करता। लेकिन हम सभापति के शुक्रगुजार है कि समय निकलने के बाद भी हमें याद किया। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वदेश निर्मित वैक्सिन कोवैक्सिन जो दुनिया भर में लग रही है। उसके ट्रायल की शुरूआत हमने की और हमें कहते हुए बड़ा गर्व होगा कि इसकी पहली डोज मानव में बिहार में दिया गया और वो पटना एम्स ने दिया है।
उक्त अभिनंदन समारोह में एम्स, पटना के निदेशक डॉ. प्रभात कुमार सिंह, नोडल ऑफिसर कोविड-19 डॉ. संजीव कुमार, मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ. सी. एम. सिंह, एच. ओ. डी. प्लास्टिक सर्जरी एंड नोडल फैकल्टी टीचिंग एंड ट्रेनिंग कोविड-19 डॉ वीना कुमारी, मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ. प्रशांत कुमार सिंह, आई.जी.आई.एम.एस. पटना, के सीनियर रेजिडेंट कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट डॉ. विकास चंद्रा एवं परिषद के सचिव श्री विनोद कुमार, पदाधिकारीगण एवं कर्मचारीगण मौजूद थे।
विवेकानंद की रिपोर्ट