पटना : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सूबे में सियासत जारी है. राष्ट्रीय जनतंत्र पार्टी के प्रमुख विवेक शर्मा ने एक बार फिर से सीएम नीतीश पर बड़ा हमला बोला है. विवेक शर्मा ने कहा कि संवेदनहीनता व ह्रदयहीनता की भी हद होती है,बिहार को बदलने का वादा कर सत्ता के कलेजे पर 15 साल से बैठे सुशासनी डपोरशंखीयों ने प्रदेश का सर्वनाश कर दिया
आगे विवेक शर्मा ने कहा कि आज की तारीख में इस काहिल सुशासनी व्यवस्था ने न जाने कितने माताओं की कोख सुनी कर दी ,न जाने कितने सुहागिनों की मांग उजड़ दिया,न जाने कितनी बहनें इस वर्ष अपने भाईयों के कलाई पर राखी बांध नहीं पाएंगी. अखिल राष्ट्रीय जनतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विवेक शर्मा कहते हैं कि शर्म आती है, सत्ता के शीर्ष पर बैठे वैसे नुमाइंदों के कुकर्मो पर जिन्होंने बिहार बदलने का वादा किया था. इस भीषण संकट काल में सुशासन का खाल ओढ़े नीतीश एंड कम्पनी की नकारा कुव्यवस्था कराह रहे बिहार के संहार पर तुली है. कोरोना जहां एकतरफ यह दिखा रहा है कि देखो, जिसके वोट पर नीतीश कुमार ने सरकार बनाया आज उसी जनता को बेबस होकर वैश्विक महामारी के मौत के मुंह में जाना पड़ रहा है. पिछले 15 साल में बिहार के अस्पताल और खस्ताहाल हो गए.
आम जनता की छोड़िए पदाधिकारी, पुलिसकर्मी,यहां तक कि खुद चिकित्सक उचित इलाज के अभाव में इस राज्य में दम तोड़ दे रहे हैं. लेकिन साहब और साहब की पार्टी पिछले एक सप्ताह से वर्चुयल रैली में व्यस्त है. संवेदनहीनता ऐसी की कलेजा फट जाएगा,अस्पतालों में दहाड़ मार मारकर रोते और मरते लोग यह सबूत छोड़ रहे हैं कि इस सरकार के भरोसे रहोगे तो बेमौत मारे जाओगे.
दूसरी तरफ उत्तरी बिहार बुरी तरह बाढ़ की विभीषिका के आगे सरेंडर कर चुका है. सैंकड़ों लोग बाढ़ में अपनी जान गवां चुके हैं. 25 लाख से ऊपर की आबादी विस्थापित हो चुकी है. तटबंधों के मजबूती के नाम प्रत्येक साल भ्र्ष्टाचार का भारी खेल खेला जाता है. लेकिन अंततः उसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ता है. साल दर साल लोगों का डूबना मरना नियति बन चुका है. सरकार मौज में है जनता के जान के लाले पड़े हैं. लेकिन इस संकट काल मे संवेदनहीन सरकार के दुर्व्यवहार को जनता पहचान चुकी है. हर हाल में इस सरकार को बदलना होगा तब ही बिहार बदलाव के रास्ते पर निकलेगा .अखिल राष्ट्रीय जनतंत्र पार्टी बिहार और बिहारियों से आह्वान करता है कि बदलो सरकार बदलो बिहार की मुहिम में शामिल होकर नीतीश सरकार के सुशासनी नकाब को नोंच डालिये.