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यादव पर संग्राम ! अब भाजपा ने 'भाई वीरेन्द्र' की खोली पोल, कहा- चुपके-चुपके BJP नेताओं से मिलते हैं और चले हैं 'नित्यानंद' को चुनौती देने ? हिम्मत है तो सांसद का चुनाव लड़कर दिखाएं

यादव पर संग्राम ! अब भाजपा ने 'भाई वीरेन्द्र' की खोली पोल, कहा- चुपके-चुपके BJP नेताओं से मिलते हैं और चले हैं 'नित्यानंद' को चुनौती देने ? हिम्मत है तो सांसद का चुनाव लड़कर दिखाएं

PATNA:  राजद विधायक ने केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय को मनेर से विधानसभा का चुनाव लड़ने की चुनौती देकर सनसनी फैला दी. अब बारी भाजपा की है.भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री व मनेर से प्रत्याशी रहे डॉ० निखिल आनंद ने भाई वीरेन्द्र को करारा जवाब दिया है. भाजपा नेता ने कहा है कि भाई वीरेन्द्र पहले अपनी औकात तेज प्रताप और मीसा भारती को दिखाएं. 

भाजपा नेता डॉ. निखिल आनंद ने भाई वीरेंद्र द्वारा नित्यानंद राय को मनेर से चुनाव लड़ने की चुनौती दिए जाने पर कहा कि पहले तेज प्रताप और मीसा भारती को अपनी औकात दिखलायें, फिर नित्यानंद पर बयान दें। नित्यानंद राय हमेशा लालू यादव के वजूद को चुनौती देकर विधायक और सांसद बनते रहे हैं. भाई वीरेंद्र तो लालूजी के गोदी नेता हैं, इसीलिए नित्यानंद को चैलेंज करने का राजनीतिक कद और हैसियत भाई वीरेंद्र का है ही नहीं। निखिल ने कहा कि भाई वीरेंद्र पहले तेजप्रताप और मीसा भारती से अपनी अंदरूनी राजनीति फरिया लें और पार्टी में वजूद बचा लें, फिर दूसरे का हैसियत पूछें। भाई वीरेंद्र ने तेज प्रताप के पूछने के बावजूद भी औकात नहीं बताया और भाग खड़े हुए और अब पार्टी में नंबर बढ़ाने के लिए नित्यानंद राय से हैसियत पूछ रहे हैं, जहाँ नित्यानंद राय केंद्रीय मंत्री हैं तो भाई वीरेंद्र की हैसियत लालूजी के भरोसे होकर मनेर में भी बहुत सीमित है।

निखिल आनंद ने कहा कि नित्यानंद राय तो लालू यादव के तमाम विरोध के बावजूद हाजीपुर से 4 बार विधायक और उजियारपुर से 2 बार सांसद बने हैं। हास्यास्पद है कि कोई भी 2 बार का सांसद बिना कारण क्यों लड़ेगा विधायक का चुनाव ? भाई वीरेंद्र की इतनी बड़ी हैसियत है तो अपनी ही पार्टी से सांसद का चुनाव लड़कर दिखायें। निखिल आनंद ने पोल खोलते हुए कहा कि भाई वीरेंद्र वो व्यक्ति हैं जो एक दौर में 'हम' पार्टी से मंत्री बनने के लिए पैसे के लेन-देन का डील कर रहे थे। यही नहीं ये व्यक्ति छुप- छुपकर भाजपा सहित दूसरे दल के नेताओं से भविष्य के राजनीतिक डील के लिए मुलाकात करते हैं। भाई वीरेंद्र राजद या लालू परिवार के प्रति कितने निष्ठावान हैं, लालूजी- तेजस्वी तो दूर की बात, पहले तेजप्रताप व मीसा भारती से राजनीतिक ईमानदारी का सर्टिफिकेट लेकर दिखायें।

निखिल आनंद आगे कहा कि नित्यानंद राय को चुनौती देने की भाई वीरेंद्र की हैसियत ही नहीं है। तेज प्रताप यादव ने भाई वीरेंद्र से औकात पूछा था, तबसे वे लालूजी की नजर में नंबर बढ़ाने के लिए बयानबाजी करते रहते हैं। अब जो भाई वीरेंद्र की स्थिति है तो राजद ने मंत्री नहीं बनाया, प्रवक्ता पद से हटा दिया और अब टिकट कटने की बारी है। भाई वीरेंद्र पहले शक्ति यादव से बेहतर प्रवक्ता साबित करें। साथ ही भाई वीरेंद्र बताएं कि अपने मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव से पूछकर बयानबाजी करते हैं कि ऐसे ही अपने मुंह मियां मिट्ठू अनर्गल बयान बाजी करते रहते हैं.

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