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सरकार के जल, जीवन और हरियाली अभियान के समर्थन में उतरे वाटरमैन राजेंद्र सिंह, गया में की पदयात्रा

सरकार के जल, जीवन और हरियाली अभियान के समर्थन में उतरे वाटरमैन राजेंद्र सिंह, गया में की पदयात्रा

GAYA :  जिले में व्याप्त पेयजल संकट के विरुद्ध सरकार द्वारा चलाई जा रही मुहिम जल, जीवन और हरियाली का धीरे-धीरे असर दिखने लगा है. अब आम नागरिक सरकार की इस मुहिम से जुड़ने लगे हैं, ताकि पेयजल संकट का समाधान हो सके. इसी क्रम में शुक्रवार को पूरे देश में वाटर मैन के नाम से प्रसिद्ध राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में लोगों ने जल पदयात्रा कार्यक्रम में हिस्सा लिया. कार्यक्रम की शुरुआत सीता कुंड से हुई. जहां से लोगों ने सिंह के नेतृत्व में जल पदयात्रा निकाली. जल पदयात्रा सीता कुंड से शुरू होकर भुसुंडा मोड़, गौरक्षणी, अबगिला होते हुए मानपुर प्रखंड के लखनपुर गांव पहुंचकर समाप्त हुई. 

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इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंह ने लोगों को जल संकट के कारणों और उसके निवारण के उपाय भी बताएं. मौके पर डीएम अभिषेक सिंह, नगर आयुक्त सावन कुमार सहित काफी संख्या में शहर के प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे. 

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इस मौके पर वाटर मैन राजेन्द्र सिंह ने कहा कि जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बिहार सरकार के जल जीवन और हरियाली कार्यक्रम को लोगो के दिल दिमाग मे बैठाने के लिए एक अच्छी पहल की है. मैँ बोधगया के भूमि को जो ज्ञान का केंद्र मानता हो. मैँ भी उस भूमिं पर आकर एक सहयोगी साथी बनना चाहता हूँ. मैँ चाहता हूं की अभिषेक सिंह जी यहां की जनता को प्रॉब्लम भी तरीके से उनके मन मे ये विश्वास पैदा करे कि हमलोग अपने मेहनत से इस धरती को पानीदार बना सकते है. उन्होंने ये यह भी कहा किं मैने सुना है की बोधगया में पिछले साल गर्मी का तापमान बढ़ने के कारण बहुत सारे लोग मर गए. हमे गया के भूमि को हरी भरी रखना है. और पानीदार बनाना है तो हमे ये सोचना है गया के डरती को कभी बुखार ना चढ़े. बुखार रोकने के लिए पुरानी परंपरा है ताल ,पाल , ढाल इनका ठीक से प्रबंधन करना हैं इनको पुनः जीवित करना. उन्होंने यह भी कहा कि जो तालाब मिट्टी से भर गए है. जिनके कारण धरती में  पानी जाना रुक गया है. उनको ठीक करना और जो नई जगह चाहिए वहां पाए निर्माण का काम करना चाहिए. अगर यदि ऐसा किया गया तो यहां नदिया पुनः जीवित हो जाएगी. 

गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट 



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