पटना: बिहार में रविवार से मौसम का मिजाज एकाएक बदल गया है. मौसम विभाग के अनुसार फरवरी के शुरुआती पंद्रह दिन सुबह-शाम कोहरे और ठंड का प्रभाव रहेगा. दिन में धूप निकलने से लोगों को राहत मिलेगी लेकिन शाम के बाद ठंड सता सकती है. वहीं तीन फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है , इसका असर छह फरवरी तक सूबा -ए- बिहार में रहेगा. पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से बिहार में रविवार की शाम से बादल छा गये. रविवार से सोमवार के बीच दक्षिण बिहार के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने के आसार हैं. मौसम विभाग के अनुसार कुछ जिलों में मेघ गर्जन और ठनके की भी आशंका है. मौसम विभाग ने इसको लेकर येलो अलर्ट जारी कर दिया है. पटना , गया, नालंदा, शेखपुरा,नवादा, बेगूसराय, जहानाबाद,लखीसराय, बक्सर,भोजपुर, भभुआ, रोहतास ,भागलपुर,बांका, जमुई, खगड़िया में मौसम विभाग ने बारिश की संभावना व्यक्त की है.
रविवार को बिहार में सबसे अधिक तापमान 27 डिग्री सेल्सियस पटना में दर्ज किया गया. राज्य में सबसे कम तापमान गया में 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार छह तारीख से बिहार का मौसम सामान्य हो जायेगा.
पटना में रविवार को दिन भर धूप होने के बाद शाम के पांच बजे के लगभग बादल छाने लगा और कुछ जगहों पर हल्की बारिश भी हुई. मौसम विभाग के अनुसार के अनुसार पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 2.1 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम में 1.9 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है.
मौसम विभाग के अनुसार बिहार के कुछ जिलों में हल्की बारिश के आसार हैं.पश्चिम विक्षोभ के कारण 5 फरवरी के बीच एक दो स्थानों पर हल्की बारिश देखने को मिल सकती है.
पांच फरवरी को पटना कई जिलों में हल्की बारिश हो सकती है. कुछ जिलों में आंशिक बादल छाए रहने का अनुमान मौसम विभाग ने व्यक्त किया है. वहीं बात करें तापमान की तो बिहार के कमोबेस सभी जिलों के न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री गिरावट की संभावना है. छह फरवरी के बाद बिहार में में सर्द हवाओं के चलने का अनुमान है जिससे तापमान में गिरावट संभव है.
मौसम विभाग के अनुसार पांच फरवरी को 23 जिलों में हल्की बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक इसी तरह का मौसम रहने का अनुमान है. मौसम विभाग के अनुसार 15 फरवरी के बाद तापमान में वृद्धि होने से लोगों को रात में हल्की गर्मी का अहसास होगा तो अधिकतम तापमान में कोई वृद्धि की संभावना कम हीं है.
बहरहाल मौसम में परिवर्तन आना शुरु हो गया है,ऐसे में सचेत रहने की आवश्यकता है. इस मौसम में मौसमी बीमारियों का खतरा सबसे ज्यादा होता है, ऐसे में सावधानी ही बचाव है.