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किसे से छिपा है क्या 2005 के पहले बिहार कैसा था? प्रशांत किशोर तो व्यापारी है, ललन सिंह ने सबको घेर लिया

किसे से छिपा है क्या 2005 के पहले बिहार कैसा था? प्रशांत किशोर तो व्यापारी है, ललन सिंह ने सबको घेर लिया

पटना. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने रविवार को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर को व्यापारी बताया. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर कोई राजनीतिज्ञ नहीं है बल्कि वह एक व्यापारी है. वे अलग अलग लोगों की टीक को जोड़कर अपना व्यापार चमकाते हैं. ललन सिंह ने दावा किया कि प्रशांत किशोर पर्दे के पीछे से भाजपा के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे भाजपा के लिए ही काम कर रहे हैं. इससे बेहतर होगा कि वे खुलकर भाजपा के लिए काम करें. 

उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर ने बिहार को नहीं देखा है। बिहार में क्या था प्रशांत किशोर नहीं जानते। वर्ष 2005 से 2022 तक में नीतीश कुमार ने बिहार में क्या क्या काम किया है उसे प्रशांत किशोर देखें. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के बिहार में सत्ता सँभालने के पूर्व क्या स्थिति थी. बिहार में शिक्षा का क्या हाल था बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है।  बिहार के स्कूलों में बिल्डिंग नहीं थी।

ललन ने दावा किया कि आज स्कूल में लड़के लड़कियों की संख्या एक बराबर हो गई है। नीतीश कुमार के प्रयास और सायकल, पोशाक जैसी योजना से लड़कियां शिक्षित हो रही हैं। नीतीश कुमार हमेशा मानते हैं कि बेटियां शिक्षित होंगी तभी बिहार में प्रजनन दर कम होगा। इसका असर दिखा है। बिहार में प्रजनन दर 2.9 हो गया है जो पहले 4 था। अब राष्ट्रीय औसत 2 की ओर यह बढ़ेगा। यह नितीश कुमार की पहल का असर है।

एक प्रकार से ललन सिंह ने बिना नाम लिए फिर से कहा है कि नीतीश कुमार के 2005 में सत्ता में आने से बिहार में क्या स्थिति थी. दरअसल, नीतीश कुमार के पहले बिहार में लालू –राबड़ी का 15 साल शासन रहा. नीतीश कुमार ने पिछले महीने ही एनडीए से नाता तोड़कर महागठबंधन के साथ सरकार बना ली. इस गठबंधन को बनाने में ललन सिंह की अहम भूमिका मानी जा रही है. ऐसे में प्रशांत किशोर को घेरने के क्रम में ललन सिंह ने लालू-राबड़ी राज में बिहार में बदहाल व्यवस्था को फिर से गिनवा दिया. 

दरअसल, नीतीश कुमार ने पिछले दिनों दिल्ली में प्रशांत किशोर को लेकर कहा था कि उसे राजनीति का ए-बी-सी-डी नहीं मालूम. उसे राजनीति में लेकर कौन आया? वहीं प्रशांत किशोर ने अपनी जन सुराज यात्रा के दौरान नीतीश सरकार पर हमलावर होते हुए कहा था कि क्या आज भी बिहार में 8 करोड़ लोगों की रोज की आमदनी मात्र 100 रुपए से भी कम है इससे नीतीश कुमार झुठला सकते हैं. अब उसी को लेकर पहले नीतीश कुमार और अब ललन सिंह ने प्रशांत किशोर को घेरा है. उन्हें व्यापारी कह दिया है. 


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