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भूआल छपरा में स्थित फेकू बाबा के मंदिर की क्या है विशेषता, कई राज्यों के लोग यहां कराते हैं अखंड अष्टयाम, मंदिर को ट्रस्ट से जोड़ना मुख्य पुजारी की इच्छा

भूआल छपरा में स्थित फेकू बाबा के मंदिर की क्या है विशेषता, कई राज्यों के लोग यहां कराते हैं अखंड अष्टयाम, मंदिर को ट्रस्ट से जोड़ना मुख्य पुजारी की इच्छा

DESK:फेकू बाबा जिनकी महिमा अपार है। आज तक कभी ऐसा हुआ नहीं, जिसने श्री फेकू बाबा का नाम हृदय में रखकर कुछ मांग लिया और बाबा ने नहीं दिया। एक बार हृदय से पुकार कर तो देखिए। श्री फेकू बाबा पल भर में आपकी मनोकामना पूर्ण ना कर दें तो कहना। फेकू बाबा का भव्य मंदिर उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के नौरंगा पंचायत के गांव भुआल छपरा में स्थित है। यहां पूरे साल लोगों का बाबा की दर्शन और उनकी मंदिर में भजन कीर्तन का कराने का तांता लगा रहता है। फेकू बाबा के मंदिर में कीर्तन कराने का बहुत महत्व है। कहते हैं कि बाबा की मंदिर में अर्जी लगाने से आपकी हर मनोकामना पूरी होती है। बाबा अपने भक्तों के लिए एक वरदान हैं। फेकू बाबा के महिमा की कई कहानियां हैं जो आज भी हर ग्रामीणों की जुबान पर है। बाबा की मंदिर में दो अखंड दीपक जलाए जातें है जो साल के 365 दिन प्रज्वलित रहते हैं। कितनी भी आंधी तुफान आए ये दीप कभी नहीं बुझते हैं। बाबा का मंदिर गंगा के किनारे स्थित है।

वहीं मंदिर के मुख्य पुजारी अक्षय चौबे जी बताते हैं कि बाबा का भव्य मंदिर साल 2001 में बना, इसके पहले बाबा एक छोटे से मंदिर में विराजित थें। गंगा के किनारे होने के कारण जब भी बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती थी तो बाबा का मंदिर भी बाढ़ में डूब जाया करता था। इसके कारण वहां के लोगों को बाबा की पूजा पाठ करने में परेशानी होती थी। जिसके बाद सभी ग्रामीणों ने एक साथ मिलकर इस परेशानी का हल निकाला और जुट गए बाबा की भव्य मंदिर बनाने के लक्ष्य में। सभी ग्रामीणों से चंदा इक्कठा कर बाबा के मंदिर का निर्माण कराया। मंदिर के पंडित जी का कहना है कि मंदिर का विकास और फेकू बाबा की महिमा को जन जन तक पहुंचाने के लिए वो मंदिर को किसी ट्रस्ट से जोड़ना चाहते हैं। पुजारी जी बताते हैं कि बाबा के मंदिर में कीर्तन करने के लिए यूपी, बिहार, एमपी सहित कई राज्यों के भक्त आते हैं। गंगा मईया की पूजा कर बाबा के मंदिर में 24 घंटे का अखंड अष्टयाम कराते हैं।

फेकू बाबा की मंदिर का निर्माण कराने में ठाकुर परिवार ने अहम भूमिका निभाई। ठाकुर परिवार के सदस्य सुधीर ठाकुर बताते हैं कि फेकू बाबा के मंदिर का निर्माण होने के बाद उनकी स्थापना करना एक बड़ी चुनौती थी बाबा को पहले स्थान से हटा नई जगह देना एक बड़ी चुनौती बन गई, तब उनके स्वर्गीय चाचा केदारनाथ ठाकुर और स्वर्गीय चाची सुनैना देवी ने बाबा की प्राण प्रतिष्ठा की। जिसके बाद से फेकू बाबा अपने नए मंदिर में विराजमान होकर अपने भक्तों पर कृपा करने लगे।

वहीं रविवार को एक बार फिर बाबा का दरबार भक्तों से गुलजार दिखा। ठाकुर परिवार की ओर से बाबा की दरबार में अखंड अष्ट्यम कराया गया। पूजा में मुख्य यजमान स्वर्गीय केदारनाथ ठाकुर के सुपुत्र राजीव रंजन और उनकी धर्म पत्नी अनीता रंजन रहीं। फेकू बाबा के दरबार 24 घंटे भव्य कीर्तन से मंदिर परिसर राममय रहा। सबसे अहम बात रही की इसी दिन करीब साढ़े पांच सौ साल की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या राम मंदिर में रामलला विराजे पूरा देश राममय था और इसी दिन भुआल छपरा के फेकू बाबा के स्थान पर 'हरे राम' का कीर्तन शुरू हुआ। इस दौरान ठाकुर परिवार के सभी सदस्य मौके पर मौजूद रहें। सभी ने मिलकर गांव के साथ साथ भारत की कल्याण के लिए प्रार्थना की।

बता दें कि, श्री फेंकू बाबा के चमत्कार की कई कहानियां प्रसिद्ध हैं, जो आज के इस कलियुग के दौर में लोगों के मन में भक्ति और आस्था की गंगा प्रवाहित करती हैं। कई राज्यों के भक्त बाबा के दरबार में आकर अर्जी लगाते हैं और मनोकामना पूर्ण होने पर बाबा की दरबार में अखंड अष्टयाम करते हैं। 

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