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अचानक 28 साल बाद कहां गुम हो गई सीएम नीतीश की ‘चमत्कारी’ अंगूठी, जानिए कब और किसने दी...

अचानक 28 साल बाद कहां गुम हो गई सीएम नीतीश की ‘चमत्कारी’ अंगूठी, जानिए कब और किसने दी...

PATNA : फर्श से सियासत की बुलंदियों तक पहुंचने की कहानी भर ही सीएम नीतीश कुमार की नहीं है। छात्र जीवन से ही राजनीति को आत्मसात करके संघर्ष के रास्ते पर चलकर विकास के लिए तत्पर रहने वाले गंभीर नेता के तौर पर है। फिलहाल नीतीश कुमार 18 साल से बिहार के मुख्यमंत्री है। इससे पहले केंद्र की सरकार में कृषि और रेलमंत्री भी रहे हैं। इतने सालों में सियासत का लम्बा दौर गुजर चुका है। नीतीश कुमार के दोस्त और दुश्मन वक्त के हिसाब से बदलते रहे हैं एक चीज जिसे नीतीश कुमार ने कभी नहीं बदला, वो हर वक्त सीएम नीतीश के साथ रही। लेकिन अब ऐसा क्या हुआ कि वो नीतीश के हाथों से गायब हो गई। आखिर क्यों नीतीश कुमार की अपनी सबसे पसंदीदा अगूठी अब नजर नहीं आ रही है। आगे पढ़िए पूरी स्टोरी। 

दरअसल नीतीश कुमार को उनके बड़े भाई सतीश कुमार ने दो दशक 'मोती' की अंगूठी पहले दी थी। जानकारी के मुताबिक एक इंटरव्यू में नीतीश कुमार ने बताया भी था कि बड़े भाई ने ये अंगूठी दी है। क्योंकि उनको गुस्सा बहुत आता है और इसे पहनने से मन शांत रहता है। नीतीश कुमार के हाथों में ये अंगूठी आखिरी बीते 14 दिसंबर को देखी गई थी। उसके बाद नीतीश कुमार के हाथों से मोती जड़ी चांदी की अंगूठी नहीं देखी गई। 




बता दें की जब 1996 लोकसभा चुनाव जीतकर नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचे तब उनके दाहिने हाथ के बीच के उंगली में एक अंगूठी थी जो कि नीले रंग की नजर आती थी। लेकिन जैसे ही नीतीश कुमार ने रेल मंत्री के तौर पर कमान संभाली तो नीतीश कुमार ने ये अंगूठी बदल दी। उसके बाद नीतीश ने अपने बड़े भाई के द्वारा दी गई मोती की अंगूठी पहन ली। जो कि 14 दिसंबर 2023 तक उनके हाथ में हर कार्यक्रम के दौरान नजर आई। कई दफे नीतीश कुमार इस अंगूठी को घुमाते हुए भी नजर आते थे। 

कहा जाता है कि ये मोती वाली अंगूठी नीतीश कुमार के लिए बहुत लकी है। चुनाव हारने से लेकर बिहार के मुख्यमंत्री के कुर्सी तक का सफर तय करने तक नीतीश कुमार ने इस अंगूठी को पहने रखा। माना यह जाता है कि मोती की अंगूठी पहनने वाले का दुश्मन कितना भी बलवान हो, वो परास्त नहीं कर सकता और लगा भी नीतीश कुमार के साथ ऐसा ही होता आया है। नीतीश कुमार जिस स्थिति में भी हो, केंद्र और बिहार में बख्तियारपुर के लाल का ही सिक्का चलता रहा। पर सवाल ये है कि आखिर 28 साल बाद नीतीश कुमार की सबसे चहेती अंगूठी कहां गायब हो गई?

देबांशु प्रभात की रिपोर्ट 

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